साइबर क्राइम की स्टाल पर दिखाई सबसे ज्यादा रूचि
गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-39 में स्टेट लीगल सर्विस अथारिटी सालसा द्वारा लगाए गए जागरूकता कैंप में सामने आई।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : शहर के लोग एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग और साइबर क्राइम के बारे में ज्यादा जानकारी जुटाना चाहते है। शहर में हो रहे साइबर क्राइम को देखते हुए लोगो की उत्सुकता इस बात में ज्यादा है कि किस प्रकार से इस प्रकार के क्राइम से बचा जा सकता है। यह जानकारी गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-39 में स्टेट लीगल सर्विस अथारिटी सालसा द्वारा लगाए गए जागरूकता कैंप में सामने आई। सालसा द्वारा लगाए गए कैंप में आधार, वोटर, सोशल वेलफेयर, एजुकेशन, हेल्थ, बैंक, चाइल्ड हेल्पलाइन, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, चाइल्ड वेलफेयर यूनिट सहित टेलीकॉम कंपनी, स्टेट एड्स कंट्रोल सोसाइटी सहित जॉब कार्ड मेकिंग के करीब 50 स्टॉल लगाए गए। जहां पर लोगों को फ्री में जानकारी मिलने के अलावा आधार कार्ड और वोटर कार्ड मेकिंग का काम भी किया गया। इसके अलावा बैंक में खाते खोलने और स्वरोजगार के लिए ऋण देने तक का काम कैंप में किया गया। कैंप में स्कूल में दाखिला नहीं मिलने की समस्या लेकर भी लोग पहुंचे। जिन्होंने बताया कि बच्चे की किन्हीं कारणों से समय पर एडमिशन नहीं हो पाया है ऐसे में अब कैसे स्कूलों में एडमिशन मिलेगा। जानकारी देते हुए स्टेट लीगल सर्विस अथारिटी के मैंबर सेक्रेटरी महावीर सिंह ने बताया कि लोगों की जितनी सहायता कैंप में हो सकती थी वह की गई है। एंटी ह्यूमन व साइबर क्राइम स्टॉल पर 1700 लोगों ने किया विजिट
कैंप में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग और साइबर क्राइम का स्टाल भी लगाया गया। इस स्टाल पर 1700 लोगों ने विजिट किया। लोगों की सबसे बड़ी इंक्वायरी थी कि किस प्रकार से साइबर क्राइम से बचा जा सकता है। कैसे मोबाइल फोन को सुरक्षित रखा जा सकता है ताकि साइबर क्राइम से बचा जा सके। इसके अलावा फेसबुक और सोशल मीडिया को चलाते समय कौन-कौन सी बात का ध्यान रखने की जरूरत है। एटीएम से पैसे निकालते समय क्या करना चाहिए। इसी प्रकार से एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग में लोगों के सवाल थे कि किस प्रकार से बच्चों को या महिलाओं को एक से दूसरे स्थान पर ले जाया जाता है। यदि कोई एंटी ट्रैफिंग के जाल में फंस जाए तो उसे किस प्रकार से पुलिस से सहायता मिल सकती है।