नए सत्र में दाखिला लेने वाले जरूरतमंद स्टूडेंट्स को मिलेगी एक करोड़ से अधिक की स्कालरशिप
पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन 2022-23 सत्र में दाखिला लेने वाले गरीब और जरूरतमंद स्टूडेंट्स को एक करोड़ से अधिक की आर्थिक मदद देगी। पहली बार पीयू होनहार स्टूडेंट्स को कैंपस में लाने के लिए नया प्रयास करेगी।
डा. सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़ : पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन 2022-23 सत्र में दाखिला लेने वाले गरीब और जरूरतमंद स्टूडेंट्स को एक करोड़ से अधिक की आर्थिक मदद देगी। पहली बार पीयू होनहार स्टूडेंट्स को कैंपस में लाने के लिए नया प्रयास करेगी। जुलाई-अगस्त में विभिन्न विभागों में एंट्रेंस टेस्ट के दौरान पीयू की ओर से आफर की जाने वाली स्कालरशिप के बारे में बड़े स्तर पर जागरूक किया जाएगा।
मंगलवार पीयू सीनेट ने यूनिवर्सिटी कैंपस और एफिलिएटेड कालेजों में 7.5 से 10 फीसद फीस बढ़ाने पर मुहर लगा दी है। फीस बढ़ोतरी को लेकर छात्र संगठनों के विरोध को देखते हुए पीयू सीनेट में फैसला लिया गया कि अधिक से अधिक जरूरतमंद स्टूडेंट्स को अगले सत्र में स्कालरशिप और फैलोशिप देकर मदद की जाए।
सीनेट में पीयू ला विभाग के प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि पीयू में एक करोड़ से अधिक की राशि जरूरतमंद स्टूडेंट्स के लिए निर्धारित है। इस राशि में से 30 से 35 लाख तक ही स्टूडेंट्स को दिया जाता है। प्रो. दिनेश कुमार के अनुसार पीयू की विभिन्न स्कालरशिप स्कीम के बारे में स्टूडेंट्स को जानकारी ही नहीं होती। 2022-23 सत्र में दाखिला लेने वाले स्टूडेंट्स को पीयू की सभी स्कालरशिप और फैलोशिप के बारे में बड़े स्तर पर जानकारी दी जानी चाहिए। कुलपति प्रो. राजकुमार ने आश्वासन दिया कि पीयू और कालेजों के सभी जरूरतमंद स्टूडेंट्स को आर्थिक मदद दी जाएगी। परिवार की आय चार लाख से कम तो ही मिलेगा लाभ
पीयू जिन स्टूडेंट्स के परिवार की सालाना आय चार लाख से कम है उन्हें आर्थिक तौर पर मदद करती है। पीयू 50 से 70 फीसद तक छूट मिलती है। कोरोना काल में जिन स्टूडेंट्स के अभिभावक नहीं रहे उन्हें भी पीयू मदद करेगा। गरीब और जरुरतमंद स्टूडेंट्स को विभाग के बजट के अलावा डीएसडब्ल्यू की तरफ से भी आर्थिक मदद दी जाती है। बीते वर्षो में स्टूडेंट वेलफेयर फंड में से 20 से 22 लाख सिर्फ खिलाड़ियों को दिया जाता है। अधिकतर स्टूडेंट्स को स्कालरशिप की जानकारी नहीं होने से उन्हें इसका लाभ नहीं मिल पाता। पीयू वेबसाइट पर मिलेगी पूरी जानकारी
बीते दो-तीन वर्षो से पीयू में स्टूडेंट्स की एनरोलमेंट काफी तेजी से गिर रही है। 15 से 20 फीसद स्टूडेंट्स कम हुआ हैं। फीस बढ़ोतरी के बाद इसमें और कमी आ सकती है, इसे रोकने के लिए पीयू अब सभी तरह की स्कालरशिप की जानकारी वेबसाइट पर जारी करेगी। एडमिशन से जुड़ी वेबसाइट पर भी इसका अधिक से अधिक प्रचार किया जाएगा। विभागों के नोटिस बोर्ड पर भी स्कालरशिप के बारे में नोटिस लगाया जाएगा। पीयू एक करोड़ से अधिक की राशि हर साल स्टूडेंट्स वेलफेयर के लिए तय करती है। अधिकतर स्टूडेंट्स को इसकी जानकारी ही नहीं होती। मैने सीनेट में सुझाव दिया है कि स्कालरशिप के बारे में कैंपस और सोशल मीडिया के माध्यम से स्टूडेंट्स को जानकारी दी जाए। नार्थ रीजन में पीयू सबसे अधिक फाइनेंशियल हेल्प देती है। नैक कमेटी की इंस्पेक्शन में भी इसका पीयू को लाभ मिलेगा।
-डा. दिनेश कुमार, डिपार्टमेंट आफ ला, पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़