पीयू में हॉस्टल छात्राओं ने मनाई काली दीपावली, जानें क्या है इनकी मांग
हॉस्टल 24 घंटे खुला रखने की मांग को लेकर पीयू छात्राओं ने दीपावली की रात भी प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्राओं ने काली दीपावली मनाई।
चंडीगढ़ [डॉ. सुमित सिंह श्योराण]। पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) कैंपस में गर्ल्स हॉस्टल में 24 घंटे एंट्री देने की मांग का विवाद थम नहीं रहा। लगभग एक हफ्ते से पंजाब यूनिवर्सिटी स्टूडेंट काउंसिल और स्टूडेंट फॉर सोसायटी द्वारा विरोध प्रदर्शन जारी है। दीपावली की रात भी लड़कियों ने 24 घंटे एंट्री की छूट को लेकर जमकर नारेबाजी की।
पीयू में स्टूडेंट काउंसिल का विरोध प्रदर्शन दिवाली के दिन भी जारी रहा। स्टूडेंट काउंसिल प्रेसिडेंट कनुप्रिया की अगुवाई में विद्यार्थियों ने पीयू कुलपति प्रोफेसर राजकुमार, डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर इमानुएल नाहर और डीएसडब्ल्यू वूमेन नीना कपिलास के घरों के सामने विरोध प्रदर्शन किया। छात्राओं ने कैंपस में ब्लैक दिवाली मनाई। विरोध में स्टूडेंट्स ने पोस्टर पर बेखौफ आजादी और पीयू के अधिकारियों के घरों के सामने सड़क पर शर्म करो जैसे स्लोगन लिख डाले।
स्टूडेंट्स के विरोध प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए। इस संबंध में पुलिस को भी सूचना दे दी गई। प्रेसिडेंट कनुप्रिया का कहना है कि जब तक पंजाब यूनिवर्सिटी उनकी मांगों को पूरी तरह से नहीं मानता तब तक विरोध प्रदर्शन इसी तरह से जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि पीयू प्रशासन के कुछ अधिकारी इस मामले में स्टूडेंट्स को बहला फुसला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पीएचडी और एमफिल स्टूडेंट्स को 1 साल पहले ही 24 घंटे पीयू कैंपस के हॉस्टल में एंट्री की अनुमति दी जा चुकी है। कनुप्रिया के अनुसार पीयू प्रशासन ने 3 दिन पहले विद्यार्थियों की एंट्री का समय नौ से बढ़ाकर रात 11:00 बजे तक करने की बात कही है, लेकिन वह इस टाइम को 24 घंटे करवाने के लिए स्टूडेंट्स के साथ खड़ी है।
गौरतलब है कि पंजाब यूनिवर्सिटी में आजकल गर्ल्स हॉस्टल को 24 घंटे एंट्री की छूट दिए जाने का मामला काफी गरमाया हुआ है। एक तरफ एसएफएस और स्टूडेंट काउंसिल इस मामले में प्रशासन के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं तो दूसरी तरफ प्रशासन का कहना है कि उनके द्वारा पेरेंट्स से इस मामले में राय ली जा चुकी है। जिसमें नब्बे फीसद पेरेंट्स मौजूदा सिस्टम से खुश बताए गए हैं।
उधर इस मामले में लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शन के बाद कुलपति प्रोफेसर राजकुमार ने एक कमेटी भी गठित की है, जो पूरे मामले में छात्र नेताओं से लगातार बातचीत कर रही है, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई ठोस निर्णय नहीं हो सका है। मामले में डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर इमैनुएल नाहर का कहना है कि स्टूडेंट्स की सुरक्षा को ध्यान में रखकर ही कोई फैसला लिया जाता है। उन्होंने कहा कि जल्दी पेरेंट्स से इस बारे में राय जाएगी।
कनुप्रिया ने विरोध में पहने काले कपड़े
पीयू प्रशासन के खिलाफ विरोध जताने के लिए दिवाली को ब्लैक डे के तौर पर कैंपस में मनाया गया साथ ही स्टूडेंट काउंसिल प्रेसिडेंट कनुप्रिया ने विरोध में काले कपड़े पहने हुए थे कुछ अन्य स्टूडेंट ने भी दिवाली पर ब्लैक ड्रेस पहन कर विरोध जताया।