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पीयू कैंपस के पेड़ों को अडॉप्ट करेंगे फैकल्टी

पंजाब यूनिवर्सिटी में तेजी से पेड़ों का जीवन खत्म होता जा रहा है। इसका एक कारण सौंदर्यकरण के नाम पर हुआ कंस्ट्रक्शन वर्क है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 06 Jul 2019 11:05 PM (IST)Updated: Sat, 06 Jul 2019 11:05 PM (IST)
पीयू कैंपस के पेड़ों को अडॉप्ट करेंगे फैकल्टी
पीयू कैंपस के पेड़ों को अडॉप्ट करेंगे फैकल्टी

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पंजाब यूनिवर्सिटी में तेजी से पेड़ों का जीवन खत्म होता जा रहा है। इसका एक कारण सौंदर्यकरण के नाम पर हुआ कंस्ट्रक्शन वर्क है। पीयू अब अपनी इस भूल को सुधारने का प्रयास करने जा रहा है। पीयू फैकल्टी कैंपस में लगे एक-एक पेड़ को गोद लेंगे और उसका संरक्षण खुद करेंगे। यह निर्णय शनिवार को हुई पीयू पर्यावरण कमेटी की बैठक में लिया गया। पूटा प्रेसिडेंट प्रो. राजेश गिल की अध्यक्षता में हुई बैठक में पेड़ों की जड़ों पर सीमेंट से हुए काम पर चर्चा की गई। इसके कारण उन्हें उचित मात्रा में पानी नहीं मिला और वह मर चुके हैं। इसके अलावा कई पेड़ों पर दीमक लगा हुआ है और उनका सही रख-रखाव नहीं होने के अभाव में वह भी खत्म होते जा रहे हैं। इसके बाद निर्णय लिया गया है कि कैंपस को सुधारने के लिए पूरी पीयू फैकल्टी काम करेंगे और एक-एक पेड़ को गोद लेकर उसकी देखभाल करेंगे। उन्होंने कहा कि यह प्रपोजल जल्द ही पुटा के सदस्यों को दिया जाएगा, जिसके बाद उम्मीद है कि हरियाली में सुधार होगा। बाहरी लोग कर रहे हैं हरियाली बचाने का प्रयास

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पीयू में लगातार खत्म हो रही ग्रीनरी को बचाने का प्रयास के लिए पीयू के पर्यावरण प्रेमी विनोद चौधरी काम कर रहे थे, लेकिन उनके प्रयास नाकाफी थे। जिसके बाद समाजसेवी सीए प्रेम गर्ग ने पेड़ों को बचाने का बीड़ा उठाया था। सीए प्रेम गर्ग ने अपने खर्च पर पेड़ों की जड़ों पर लगे हुए सीमेंट को हटाने का काम शुरू कराया है। अब तक करीब एक सौ पेड़ों की जड़ों को ठीक किया जा चुका है।


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