पंजाब यूनिवर्सिटी को सेंट्रल स्टेटस पर प्रशासन मौन, केंद्र सरकार के फैसले का इंतजार
पंजाब यूनिवर्सिटी को सेंट्रल स्टेटस को लेकर इन दिनों कैंपस में विवाद चल रहा है। पीयू के शिक्षक सेंट्रल स्टेटस के हक में हैं लेकिन नान टीचिग और छात्र संगठन इस फैसले के विरोध में खड़े हैं।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पंजाब यूनिवर्सिटी को सेंट्रल स्टेटस को लेकर इन दिनों कैंपस में विवाद चल रहा है। पीयू के शिक्षक सेंट्रल स्टेटस के हक में हैं, लेकिन नान टीचिग और छात्र संगठन इस फैसले के विरोध में खड़े हैं। इस मामले में फिलहाल पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया है। पीयू कुलपति भी सेंट्रल स्टेटस को लेकर समर्थन में हैं, लेकिन अभी तक मामले में पीयू प्रशासन की ओर से केंद्र सरकार या यूजीसी को कोई लिखित पत्र नहीं भेजा गया है। पुख्ता सूत्रों अनुसार पीयू प्रशासन ने पीयू को सेंट्रल स्टेटस दिए जाने की मांग को लेकर फिलहाल 30 अगस्त तक कोई प्रतिक्रिया नहीं देने का फैसला लिया है।
पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट द्वारा केंद्र सरकार को पीयू प्रोफेसर्स की याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार को 30 अगस्त तक पीयू को सेंट्रल स्टेटस दिए जाने के मामले में फैसला लेने का निर्देश जारी किया है। पीयू प्रशासन और यूटी प्रशासन के अधिकारियों के बीच सेंट्रल स्टेटस को लेकर बातचीत का एक दौर हो चुका है। इस मामले में बीते दिनों यूटी एडवाइजर और शिक्षा सचिव की ओर से एक रिपोर्ट भी नई दिल्ली में केंद्र सरकार के अधिकारियों को सौंपी गई है। पीयू को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा दिए जाने को लेकर इसके फायदे और नुकसान को लेकर सभी के अलग-अलग तर्क हैं। पीयू शिक्षकों के अनुसार सेंट्रल यूनिवर्सिटी स्टेटस मिलने से यह मिलेंगे लाभ
- शिक्षकों को नवीनतम वेतन आयोग के अनुसार वेतन मिलेगा।
- शिक्षकों की रिटायरमेंट उम्र 60 से बढ़कर 65 हो जाएगी।
- केंद्र सरकार से सेंट्रल स्टेटस मिलने पर अधिक ग्रांट मिलेगी।
- प्रयोगशालओं के निर्माण के लिए अधिक धनराशि मिलेगी।
- विद्यार्थियों को कम फीस देनी होगी, बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
- पीयू कैंपस में अच्छे शोधकर्ता काम करने को प्रेरित होंगे। पीयू नान टीचिग के सेंट्रल यूनिवर्सिटी को लेकर विरोध में खड़ी
- पीयू नान टीचिग स्टाफ को मौजूदा पे स्केल से कम वेतन मिलेगा।
नान टीचिग स्टाफ को कम छुट्टियां मिलेंगी।
- प्रमोशन के मौके कम हो जाएंगे।
- 60 वर्ष के बाद नौकरी में कोई एक्सटेंशन नहीं मिलेगी।
- भर्ती नियमों में बदलाव होगा, आवेदन की उम्र कम होगी।
- सेंट्रल रूल्स में अनुकंपा आधार पर कर्मचारियों को नौकरी नहीं मिलेगी। सेंट्रल स्टेटस को लेकर छात्र संगठनों का अलग तर्क
- सेंट्रल यूनिवर्सिटी स्टेटस से स्टूडेंट्स की फीस बढ़ेगी।
- नेशनल एजुकेशन पालिसी में सेंट्रल यूनिवर्सिटी में सेल्फ फाइनेंस कोर्स को बढ़ावा दिया जाएगा।
- स्कालर की जगह स्टूडेंट्स को लोन दिया जाएगा।
- पीयू की लोकतांत्रिक बाडी सीनेट और सिडिकेट को खत्म कर दिया जाएगा।
- शिक्षकों के काफी पदों को खत्म कर कई विभागों को मर्ज किया जाएगा।
- सेंट्रल स्टेटस के बाद पीयू से एफिलिएटेड 100 से अधिक कालेज अलग हो जाएंगे।