स्टूडेंट्स को बुलाने के लिए पीयू प्रशासन बना रहा प्लान
पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जुलाई में फाइनल सेमेस्टर के एग्जाम करवाने का मन बना लिया है।
वैभव शर्मा, चंडीगढ़
पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जुलाई में फाइनल सेमेस्टर के एग्जाम करवाने का मन बना लिया है। इसको लेकर शुक्रवार को पंजाब यूनिवर्सिटी वाइस चांसलर प्रोफेसर राजकुमार ने कैंपस के सभी विभाग अध्यक्ष के साथ बैठक की। बैठक में वीसी ने विचार विमर्श के बाद स्टूडेंट्स को 15 जून तक पीयू में बुलाने का आदेश दिया है। हालांकि वीसी ने इस बात पर भी जोर दिया कि शहर में कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए ही आगे की रणनीति बनाई जाए। गौरतलब है कि अगर जुलाई में एग्जाम होते हैं तो स्टूडेंट को कैंपस में आना पड़ेगा। ऐसे में जो स्टूडेंट्स बाहर से आएंगे उन्हें 14 दिन के लिए क्वारंटाइन भी करना पड़ेगा, जिस वजह से स्टूडेंट्स को 15 जून तक कैंपस में बुलाने पर चर्चा हो रही है। पंजाब के स्टूडेंट्स को नजदीक सेंटर मिले इसके लिए चल रही प्लानिग
बैठक में इस बात का भी निर्णय लिया गया कि जो स्टूडेंट्स पंजाब के दूरदराज के इलाके से हैं उनको सहूलियत दी जाए। इसके लिए पीयू प्रशासन ने यह फैसला लिया है कि स्टूडेंट्स के संबंधित जिले के आसपास बने कॉलेज में उसका सेंटर बनाया जाए, जिससे स्टूडेंट को ज्यादा परेशानी न हो। स्टूडेंटस को ठहराने की है कड़ी चुनौती
पीयू के तीन गर्ल्स हॉस्टल और एक इंटरनेशनल हॉस्टल को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। इस वजह से पीयू प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती गर्ल्स स्टूडेंट के रहने के लिए इंतजाम करने की है। पीयू वीसी ने दोनों डीन स्टूडेंट वेलफेयर को इस संबंध में कार्य करने के आदेश दिए हैं। नहीं बुलाए जाएंगे एमए के स्टूडेंट्स
बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि कैंपस में एमए स्टूडेंट्स को कैंपस में न बुलाया जाए। उसके अलावा सेल्फ फाइनेंस कोर्स साइंस स्ट्रीम के स्टूडेंट्स ही कैंपस में आएंगे। हालांकि टीयूवी सीनेट यह सब बात रखने के बाद फैसला विभागों के अध्यक्ष पर छोड़ दिया है।