Move to Jagran APP

डीजीपी का पुतला फूंकने जा रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोका

मामले में अदालत की ओर से अत्याचार व भ्रष्टाचार विरोधी फ्रंट पंजाब के प्रधान को राहत मिल चुकी है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Jan 2020 07:56 PM (IST)Updated: Wed, 08 Jan 2020 06:09 AM (IST)
डीजीपी का पुतला फूंकने जा रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोका
डीजीपी का पुतला फूंकने जा रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोका

जासं, मोहाली : अत्याचार व भ्रष्टाचार विरोधी फ्रंट पंजाब के प्रधान बलविदर कुंभड़ा पर एक मामले में झूठा केस दर्ज करने के खिलाफ मंगलवार को डीजीपी का पुतला फूंकने जा रहे प्रदर्शनकारियों को मोहाली पुलिस ने रोक दिया। इस वजह से प्रदर्शनकारी डीजीपी का पुतला फूंकने में नाकाम रहे। प्रदर्शनकारियों की ओर से पुतला फूंकने को लेकर जोर-जबरदस्ती करने पर पुलिस ने उन्हें खदेड़ लिया। काले कपड़े पहनकर एकत्र प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की इसकी आलोचना की।

loksabha election banner

गौरतलब है कि मामले में अदालत की ओर से अत्याचार व भ्रष्टाचार विरोधी फ्रंट पंजाब के प्रधान को राहत मिल चुकी है। अदालत के इस रुख से अब उनके समर्थक मांग कर रहे हैं कि मामले में झूठा केस दर्ज करने वाले पुलिस अफसर के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।

इससे पहले अत्याचार व भ्रष्टाचार विरोधी फ्रंट पंजाब के प्रधान बलविदर कुंभड़ा ने थाना फेज-8 के सामने मंगलवार को पंजाब के डीजीपी का पुतला फूंकने की बात कही थी। मंगलवार को पुलिस को जैसे ही प्रदर्शनकारियों के बारे में पता चला फेज-8 थाने के एसएचओ शिवदीप बराड़ व अन्य पुलिस मुलाजिमों ने सोहाना थाना क्षेत्र स्थित गांव कुंभड़ा में बलविदर कुंभड़ा के घर को घेर लिया और उन्हें तथा उनके समर्थकों को घर से बाहर नहीं आने दिया। लेकिन कुछ देर बाद एसएचओ से बात करने के बहाने सभी प्रदर्शनकारी घर से बाहर सड़क पर आ गए और उन्होंने डीजीपी का पुतला फूंकने की कोशिश की। हालांकि पुलिस की सक्रियता से वे कामयाब नहीं हो सके। कोर्ट से मिला इंसाफ, झूठा केस दर्ज करने वाले पुलिस अफसर के खिलाफ हो कार्रवाई : कुंभड़ा

बलविदर कुंभड़ा का कहना है कि कुछ समय पहले एक मामले में थाना फेज-8 की पुलिस ने अदालत में झूठी रिपोर्ट दाखिल कर उनके खिलाफ धारा 182 की कार्रवाई करने के ऑर्डर ले लिए थे। इसके खिलाफ उन्होंने एडीशनल सेशन जज मोहाली को अर्जी दी। अदालत ने यह ऑर्डर रद कर उनको इंसाफ दिया था। उन्होंने मांग की है कि उनके खिलाफ झूठा मामला तैयार करने वाले पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाए और उसके विरुद्ध एससी, एसटी एक्ट व अदालत को गुमराह करने का मामला दर्ज हो। उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो वह चंडीगढ़ में पंजाब पुलिस के डीजीपी दफ्तर के आगे धरना देंगे।

इस मौके पर पंचायत यूनियन पंजाब के प्रधान हरमिदर सिंह मावी व डेमोक्रेटिक स्वराज पार्टी पंजाब के प्रधान मंजीत सिंह भी मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.