पूर्वोत्तर राज्यों के कलाकारों ने मचाया धमाल
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : आधुनिकता के समय में नवरात्रों को सब मानते हैं, लेकिन इस दिन क
By Edited By: Published: Sun, 18 Mar 2018 07:03 PM (IST)Updated: Mon, 19 Mar 2018 02:54 PM (IST)
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : आधुनिकता के समय में नवरात्रों को सब मानते हैं, लेकिन इस दिन की पारंपरिक महता को भूल रहे हैं। महता को याद रखने के लिए उत्तर क्षेत्र सास्कृतिक केंद्र, पटियाला द्वारा 'ऑक्टेव-2018' फेस्ट का आयोजन किया गया। यह फेस्ट पूर्वोत्तर राज्यों में धूमधाम से मनाया जाता है। जिसमें लोग संस्कृति को भी बेहतर तरीके से पेश करते हैं। 'नव संवत्सर' के अवसर पर 18 से 20 मार्च तक नई झील, सेक्टर-42 में किया जा रहा है। शहर में पहली बार झील के बीचोंबीच एक भव्य मंच का निर्माण 'ऑक्टेव-2018' में पूर्वोत्तर राज्य के कलाकारों द्वारा नृत्य प्रस्तुतियां दी गई। फेस्ट का आरंभ विवेकानंद मिलेनियम स्कूल पिंजौर के 32 विद्यार्थियों द्वारा सामूहिक वृंद गान प्रस्तुत किया गया। 'ज्योति कलश छलके', प्रस्तुति श्रद्धा मुरलीधरन द्वारा की गई। 6.30 बजे सूर्य की पहली किरण निकलने के साथ 200 लोगों द्वारा सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया गया। फेस्ट के दूसरे भाग का आयोजन पूर्वोत्तर राज्य के कलाकारों द्वारा लोक, आदिवासी नृत्यों-बीहू, असम का ब्रोजाई, अरुणाचल प्रदेश का 'लाई-हरुबा, मणिपुर का सरलमकई सहित विभिन्न डांस को पेश किया गया। शिल्प मेले का भी आयोजन किया गया। राजस्थानी खाने के एवं हरियाणा जलेब के स्टाल भी लोगों के लिए लगाए लगाए गए हैं। पटियाला के निदेशक प्रोफेसर सौभाग्य वर्द्धन ने बताया कि कार्यक्रम को 20 मार्च तक जारी रखा जाएगा।
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