कोरोना से ठीक होने के बाद भी आ रही दिक्कतें, श्वास नली, फेफड़ों और इम्युनिटी पर पड़ रहा असर
कोरोना संक्रमण के बाद मरीज ठीक तो हो रहे हैं लेकिन कुछ दिक्कतेंं उन्हें झेलनी पड़ रही हैं। मरीजों को फेफड़ों पर दबाव कमजोरी और खांसी-जुकाम जैसी स्वास्थ्य दिक्कतें हो रही हैं। डॉक्टरों के मुताबिक मरीजों में इम्युनिटी बूस्ट होने में चार से पांच महीने का समय लग जाता है।
चंडीगढ़ [विशाल पाठक]। कोरोना से ठीक होने के बाद बावजूद लोगों को सांस लेने में तकलीफ, हृदय से जुड़ी समस्या, सिर में, जोड़ों में और आंखों में दर्द की शिकायत सामने आ रही है। काेरोना से ठीक होने के बाद एक व्यक्ति के शरीर में दोबारा से इम्युनिटी बूस्ट होने में चार से पांच महीने का समय लग जाता है।
कोरोना संक्रमण से ठीक हुए मरीज को कई अन्य स्वास्थ्य संबंधित दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है। पीजीआइ के निदेशक प्रो. जगतराम ने बताया कोरोना संक्रमण का सीधा असर व्यक्ति की श्वास नली, फेफड़ों और इम्युनिटी पर पड़ता है। जिसकी वजह से व्यक्ति के शरीर में कमजोरी और थकान की समस्या बनी रहती है।
आंखों में बढ़ी कमजोरी की दिक्कत
पीजीआइ के निदेशक प्रो. जगतराम ने बताया कि संक्रमण से जो लोग ठीक हो रहे हैं, उनमें आंखों में कमजोरी, थकान और पानी निकलने जैसी समस्या सामने आ रही है। कई लोग जो संक्रमण से ठीक हुए हैं, एक से दो महीने बाद उन्होंने बताया अकसर उनकी आंखों के आंगे अंधेरा आना और पानी निकलने की समस्या सामने आ रही है। निदेशक जगतराम ने बताया कि संक्रमण से ठीक होने के बावजूद कुछ महीनों तक इसका असर शरीर के अन्य हिस्सों पर देखने को मिल रहा है।
शरीर के जोड़ों में रहता है दर्द और महसूस होती है कमजोरी
गवर्नमेंट मल्टी स्पेशएलिटी हॉस्पिटल (जीएमएसएच-16) डिप्टी डायरेक्टर वीके नागपाल ने बताया कि जो लोग कोरोना से ठीक हो रहे हैं, उनमें अब कई अलग-अलग प्रकार की स्वास्थ्य दिक्कतें सामने आ रही हैं। जैसे व्यक्ति के शरीर के जोड़ों में दर्द और पूरे शरीर में कमजोरी महसूस होना। ऐसी दिक्कतों से मरीज को सामना करना पड़ रहा है।
कमजोरी आने से हृदय रोग की बढ़ रही समस्या
पीजीआइ के कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के एचओडी डाॅ. यशपॉल शर्मा ने बताया कि जो लोग कोरोना से ठीक होकर घर लौट रहे हैं। उनमें संक्रमण के चलते कमजोरी आने से हृदय रोग की समस्या बढ़ रही है। कई लोगों के सीने में दर्द, दिल की धड़कन बढ़ना और सीने में भारीपन महसूस होना जैसी स्वास्थ्य दिक्कतें सामने आ रही है। कमजोरी आने और संक्रमण के चलते शरीर में रक्त प्रवाह में कमी देखी गई है। जिसका सीधा असर हृदय पर पड़ता है।
फेफड़े में देखने को मिल रही कमजोरी
पीजीआइ के पल्मोनरी डिपार्टमेंट के एचओडी और पद्मश्री डॉ. दिगंबर बेहेरा ने बताया जो लोग संक्रमण से ठीक हो रहे हैं, उनका कहना है कि उन्हें सांस लेने में तकलीफ के अलावा छाती के निचले हिस्सों में कमजोरी महसूस हो रही है। डॉ. दिगंबर ने बताया ऐसे लोगों में फेफड़ों में कमजोरी देखी गई है। सांस लेने की तकलीफ से लेकर खांसी, जुकाम और श्वासनली पर दबाव बनने की शिकायतें सामने आ रही हैं।