चंडीगढ़: अस्पताल से फरार हुआ फांसी की सजा पाया कैदी, शहर में हाई अलर्ट; पुलिस महकमे में मचा हड़कंप
चंडीगढ़ के जीएमसीएच-32 अस्पताल से फांसी की सजा पाए कैदी सोनू के फरार होने से पुलिस में हड़कंप मच गया। नाबालिग से दुष्कर्म और हत्या के मामले में दोषी सोनू को पेट दर्द की शिकायत पर अस्पताल लाया गया था, जहाँ वह पुलिसकर्मी को धक्का देकर भाग गया। पुलिस टीमें उसकी तलाश में जुटी हैं और सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही हैं।

चंडीगढ़ के जीएमसीएच-32 अस्पताल से फांसी की सजा पाए कैदी सोनू के फरार होने से पुलिस में हड़कंप मच गया (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। मंगलवार देर रात सेक्टर-32 स्थित जीएमसीएच अस्पताल में उस समय हड़कंप मच गया जब एक कैदी हथकड़ी से हाथ निकालकर पुलिस मुलाजिम को धक्का देकर फरार हो गया।
बताया जा रहा है कि यह कैदी फांसी की सजा पाए दोषी सोनू पुत्र सतनाम सिंह (उम्र 29 वर्ष), निवासी गांव तसाई, थाना कोतवाली, फतेहपुर (उत्तर प्रदेश) था, जो नाबालिगा से दुष्कर्म व हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया था और इस समय लुधियाना सेंट्रल जेल में सजा काट रहा था।
घटना मंगलवार रात करीब पौने 12 बजे की है। पुलिस के अनुसार, सोनू को पेट दर्द की शिकायत पर इलाज के लिए जीएमसीएच-32 लाया गया था। कैदी का इलाज कार्ड सीआर नंबर 251015621 से बनाया गया था। उसके साथ पंजाब पुलिस के तीन मुलाजिम — ड्राइवर बलवंत सिंह, हेड कांस्टेबल लखविंदर सिंह और वार्डन मलकियत सिंह मौजूद थे।
इलाज के दौरान सोनू ने बाथरूम जाने की अनुमति मांगी। जैसे ही मुलाजिम उसे बाथरूम के पास लेकर गया, उसने चलते-चलते ही हथकड़ी से कलाई निकाल ली और अंदर धक्का देकर भाग निकला। जब तक मुलाजिम उठकर पीछा करता, कैदी तामीरदारों की भीड़ में गायब हो चुका था।
घटना की जानकारी मिलते ही सेक्टर-34 थाना पुलिस व जीएमसीएच पुलिस पोस्ट मौके पर पहुंची। पंजाब पुलिस ने तुरंत अपने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया, जिसके बाद चंडीगढ़ पुलिस से संपर्क साधकर शहर की सीमाएं सील करने के निर्देश दिए गए। हालांकि दिल्ली ब्लास्ट के चलते पहले से ही हाई अलर्ट और नाकाबंदी जारी थी, फिर भी कैदी का कोई सुराग नहीं लग पाया है।
पुलिस ने पंजाब पुलिस के हेड कांस्टेबल की शिकायत पर बीएनएस की धारा 261 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल चंडीगढ़ और पंजाब पुलिस की टीमें सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटी हैं, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली है।
सूत्रों के मुताबिक, सोनू का पहले से ही साइकेट्रिक असेसमेंट चल रहा था और लुधियाना जेल से कई बार इलाज के लिए उसे जीएमसीएच लाया जा चुका था।

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