Move to Jagran APP

इंस्टीट्यूट्स सुबह 8 से 3 बजे तक नहीं दे सकते स्कूली बच्चों को कोचिंग, जारी हुए निर्देश

स्कूल टाइम पर सुबह 8 से दोपहर 3 बजे तक स्कूली बच्चों की कोचिंग पर रोक लगा दी गई है। डीसी ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Tue, 19 Jun 2018 08:08 PM (IST)Updated: Wed, 20 Jun 2018 08:47 AM (IST)
इंस्टीट्यूट्स सुबह 8 से 3 बजे तक नहीं दे सकते स्कूली बच्चों को कोचिंग, जारी हुए निर्देश
इंस्टीट्यूट्स सुबह 8 से 3 बजे तक नहीं दे सकते स्कूली बच्चों को कोचिंग, जारी हुए निर्देश

जेएनएन, चंडीगढ़। बच्चों को स्कूल टाइम में कोचिंग देने वाले इंस्टीट्यूट्स पर सीआरपीसी के सेक्शन 144 के तहत कार्रवाई होगी। डीसी अजीत बालाजी जोशी ने सभी कोचिंग इंस्टीट्यूट्स के लिए यह आदेश जारी कर दिए हैं। कोचिंग इंस्टीट्यूट्स को साफ हिदायत दी गई है कि वह सुबह 8 से शाम 3 बजे तक स्कूली बच्चों को कोचिंग नहीं दे सकते।

loksabha election banner

स्कूलों में फाइनल एग्जाम दे चुके स्टूडेंट्स को ही इसमें छूट दी गई है। यह आदेश इसलिए जारी किए गए हैं, क्योंकि स्कूलों के अधिकतर बच्चे स्कूल टाइम में कोचिंग इंस्टीट्यूट पर मिलते हैं। वह स्कूल के बजाय सुबह ही ट्यूशन के लिए कोचिंग सेंटर पहुंच जाते हैं।

डीसी ने यूटी कैडर एजुकेशनल इंप्लाइज यूनियन की शिकायत के बाद यह आदेश जारी किए हैं। यूनियन ने शिकायत में कहा था कि कोचिंग इंस्टीट्यूट स्कूली बच्चों का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं। कोचिंग के चक्कर में बच्चे स्कूल जाते ही नहीं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि स्कूलों को भी इस पर कोई आपत्ति नहीं रहती।

स्कूल टीचर बच्चों को खुद पढ़ाने के बजाय कोचिंग सेंटरों के भरोसे छोड़ देते हैं। खासकर 11वीं और 12वीं क्लास में ऐसा ही है। इन क्लासेज के अधिकतर स्टूडेंट्स क्लास अटेंड न कर कोचिंग सेंटर का रुख करते हैं। चंडीगढ़ में 300 से अधिक कोचिंग सेंटर सक्रिय हैं। कई कोचिंग सेंटर पर तो सुबह से ही स्कूल की तरह क्लासेज लगती हैं।

इस साल 52 प्रतिशत बच्चे हो गए फेल

गवर्नमेंट स्कूलों का रिजल्ट इस साल काफी खराब आया है। गवर्नमेंट मॉडल स्कूलों में भी किसी स्कूल का रिजल्ट शत प्रतिशत नहीं रहा। दसवीं क्लास में तो 52 प्रतिशत बच्चे फेल हो गए। महज 48 प्रतिशत ही पास हो सके। जो पास हुए उनमें अधिकतर के नंबर भी ज्यादा अच्छे नहीं आए। 12वीं में भी 27 प्रतिशत स्टूडेंट्स पास नहीं हो सके।

टीचर्स की छुट्टियां रद

रिजल्ट खराब आने के बाद एजुकेशन डिपार्टमेंट ने टीचर्स की छुट्टियां रद कर दी थी। टीचर्स को छुट्टियों में ऐसे बच्चों को पढ़ाना था। इतना ही नहीं टीचर्स की एक्स इंडिया लीव भी मंजूर नहीं की गई थी।

यह भी पढ़ेंः इंटरव्यू की बात कह तलाकशुदा को ले गया कमरे में, दुष्कर्म के बाद हुआ फरार


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.