इंस्टीट्यूट्स सुबह 8 से 3 बजे तक नहीं दे सकते स्कूली बच्चों को कोचिंग, जारी हुए निर्देश
स्कूल टाइम पर सुबह 8 से दोपहर 3 बजे तक स्कूली बच्चों की कोचिंग पर रोक लगा दी गई है। डीसी ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।
जेएनएन, चंडीगढ़। बच्चों को स्कूल टाइम में कोचिंग देने वाले इंस्टीट्यूट्स पर सीआरपीसी के सेक्शन 144 के तहत कार्रवाई होगी। डीसी अजीत बालाजी जोशी ने सभी कोचिंग इंस्टीट्यूट्स के लिए यह आदेश जारी कर दिए हैं। कोचिंग इंस्टीट्यूट्स को साफ हिदायत दी गई है कि वह सुबह 8 से शाम 3 बजे तक स्कूली बच्चों को कोचिंग नहीं दे सकते।
स्कूलों में फाइनल एग्जाम दे चुके स्टूडेंट्स को ही इसमें छूट दी गई है। यह आदेश इसलिए जारी किए गए हैं, क्योंकि स्कूलों के अधिकतर बच्चे स्कूल टाइम में कोचिंग इंस्टीट्यूट पर मिलते हैं। वह स्कूल के बजाय सुबह ही ट्यूशन के लिए कोचिंग सेंटर पहुंच जाते हैं।
डीसी ने यूटी कैडर एजुकेशनल इंप्लाइज यूनियन की शिकायत के बाद यह आदेश जारी किए हैं। यूनियन ने शिकायत में कहा था कि कोचिंग इंस्टीट्यूट स्कूली बच्चों का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं। कोचिंग के चक्कर में बच्चे स्कूल जाते ही नहीं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि स्कूलों को भी इस पर कोई आपत्ति नहीं रहती।
स्कूल टीचर बच्चों को खुद पढ़ाने के बजाय कोचिंग सेंटरों के भरोसे छोड़ देते हैं। खासकर 11वीं और 12वीं क्लास में ऐसा ही है। इन क्लासेज के अधिकतर स्टूडेंट्स क्लास अटेंड न कर कोचिंग सेंटर का रुख करते हैं। चंडीगढ़ में 300 से अधिक कोचिंग सेंटर सक्रिय हैं। कई कोचिंग सेंटर पर तो सुबह से ही स्कूल की तरह क्लासेज लगती हैं।
इस साल 52 प्रतिशत बच्चे हो गए फेल
गवर्नमेंट स्कूलों का रिजल्ट इस साल काफी खराब आया है। गवर्नमेंट मॉडल स्कूलों में भी किसी स्कूल का रिजल्ट शत प्रतिशत नहीं रहा। दसवीं क्लास में तो 52 प्रतिशत बच्चे फेल हो गए। महज 48 प्रतिशत ही पास हो सके। जो पास हुए उनमें अधिकतर के नंबर भी ज्यादा अच्छे नहीं आए। 12वीं में भी 27 प्रतिशत स्टूडेंट्स पास नहीं हो सके।
टीचर्स की छुट्टियां रद
रिजल्ट खराब आने के बाद एजुकेशन डिपार्टमेंट ने टीचर्स की छुट्टियां रद कर दी थी। टीचर्स को छुट्टियों में ऐसे बच्चों को पढ़ाना था। इतना ही नहीं टीचर्स की एक्स इंडिया लीव भी मंजूर नहीं की गई थी।
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