CTU बसों को प्राइवेट कंपनी को सौंपने की तैयारी, यूनियन ने जताई नराजगी, करेंगे प्रदर्शन
यूनियन ने मंगलवार को प्रदर्शन करने की घोषणा की है। दोपहर एक से तीन बजे तक डिपो में प्रदर्शन किया जाएगा। काले झडे लगाकर रोष प्रदर्शन किया जा रहा है। यूनियन के जनरल सेक्रेटरी सतिंदर सिंह ने बताया कि ट्रासपोर्ट डिपार्टमेंट की मंशा ठीक नहीं है।
चंडीगढ़, बलवान करिवाल। कई डिपार्टमेंट को निजीकरण करने की प्रक्रिया इन दिनों जोरों पर है। इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट के बाद अब चंडीगढ़ ट्रासपोर्ट अंडरटेकिंग (सीटीयू) के निजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई। इसकी शुरुआत वर्कशॉप को प्राइवेट हाथों में सौंपने से हो रही है। सीटीयू ने सबसे पहले इंडस्ट्रियल एरिया स्थित डिपो नंबर-2 वर्कशॉप को प्राइवेट करने की तैयारी कर ली है।
इसकी बसें 30 अक्टूबर तक हैं। हैंडओवर करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। इसके बाद से ही सीटीयू वर्कर्स यूनियन के सदस्य भड़के हुए हैं। यूनियन ने मंगलवार को प्रदर्शन करने की घोषणा की है। दोपहर एक से तीन बजे तक डिपो में प्रदर्शन किया जाएगा। काले झडे लगाकर रोष प्रदर्शन किया जा रहा है। यूनियन के जनरल सेक्रेटरी सतिंदर सिंह ने बताया कि ट्रासपोर्ट डिपार्टमेंट की मंशा ठीक नहीं है।
अभी डिपो नंबर-2 को प्राइवेट कंपनी को सौंपा जा रहा है। इसके बाद बाकी डिपो की तैयारी है। वह यह बर्दाश्त नहीं करेंगे। डिपो में कार्यरत इंप्लाइज का क्या होगा। वह उनके हितों के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे। इसलिए मंलगवार दोपहर को चेतावनी स्वरूप प्रदर्शन किया जाएगा।
यूटी पावरमैन यूनियन भी कर रही विरोध
यूटी प्रशासन इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट का प्राइवेटाइजेशन कर रहा है। इसके लिए कंसल्टेंट डिलोइट के साथ मीटिंग भी हो चुकी है। नवंबर के आखिर तक टेंडर प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसके विरोध में यूटी पावरमैन यूनियन भी प्रदर्शन कर रही है। इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट के इंप्लाइज पहले दिन से ही प्राइवेटाइजेशन का विरोध कर रहे हैं। वह इसके पक्ष में नहीं है।
इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट कई करोड़ रुपये के मुनाफे में यूटी
पावरमैन यूनियन के जनरल सेक्रेटरी गोपाल दत्त जोशी ने बताया कि अभी तक घाटे में चल रहे डिपार्टमेंट को ही प्राइवेट किया जाता था। लेकिन अब मुनाफे में चल रहे डिपार्टमेंट को भी प्राइवेट हाथों में दिया जाने लगा है। इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट कई करोड़ रुपये के मुनाफे में है। हर साल रेवेन्यू बढ़ रहा है। बावजूद इसके प्राइवेटाइजेशन किया जा रहा है। इंप्लाइज को फोर्सली रिटायर किया जाएगा। उनके सम्मान के साथ खिलवाड़ होगा। वह ऐसा होने नहीं देंगे।