सुखबीर व मजीठिया पर विशेषाधिकार हनन का घेरा कसने की तैयारी
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया पर अब विशेषाधिकार हनन की तलवार गिराने की तैयारी है। दोनों को विधानसभा की कमेटी में तलब किया जा सकता है।
चंडीगढ़, [दर्शन सिंह खोखर]। पूर्व उपमुख्यमंत्री आैर शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल व पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया पर विशेषाधिकार हनन का घेरा कसने की तैयारी है। माझा जोन के कांग्रेस नेता व विधायक लंबे समय से पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ कार्रवाई के लिए सीएम पर दबाव बना रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह 'बदले की राजनीति' से परहेज करने को प्राथमिकता दे रहे हैं। इससे कांग्रेस विधायकों में अंदरखाते रोष भी है। इसके बाद अब सुखबीर और मजीठिया काे विधानसभा की विशेषाधिकार हनन समिति के समक्ष तलब करने की तैयारी की जा रही है।
मंगलवार को होने वाली विशेषाधिकार हनन समिति की बैठक में शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल, पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक बिक्रम सिंंह मजीठिया व अकाली विधायक पवन कुमार टीनू को विधानसभा की मर्यादा के उल्लंघन के मामले में तलब करने पर चर्चा की जाएगी।
इन नेताओं पर आरोप है कि उन्होंने बजट सेशन के दौरान बिजली मंत्री राणा गुरजीत सिंह पर गलत आरोप लगाए। यह मामला विधानसभा की विशेषाधिकार हनन समिति के हवाले कर दिया गया था। इस समिति के चेयरमैन कांग्रेस विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा हैं।
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समिति विधानसभा में नेता विपक्ष व आप विधायक सुखपाल सिंह खैहरा के खिलाफ कार्रवाई पर भी चर्चा करेगी। खैहरा पर आरोप है कि उन्होंने विधानसभा सेशन के दौरान एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दी थी। कांग्रेस के विधायकों में इस बात को लेकर रोष है कि राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ बनती कार्रवाई भी नहीं की जा ही है। न ही मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा रहा है। बाघापुराना के विधायक दर्शन सिंह बराड़ को मोगा के डीसी की तरफ से सम्मान न देने के मामले पर भी मंगलवार को मीटिंग में चर्चा होगी।
आइएएस अधिकारी भी तलब
समिति ने आइएएस अधिकारी अजय शर्मा और सीवरेज व वाटर सप्लाई विभाग के दो अधिकारियों को भी तलब किया है। इस मामले में सुखपाल सिंह खैहरा ने स्पीकर से शिकायत की थी कि कस्बा बेगोवाल और ढिल्लवां में घटिया पाइपों के कारण सीवरेज का पानी पेयजल में मिल गया था। इससे लोग बीमारी की चपेट में आ गए थे। खैहरा ने अधिकारियों को मौके का जायजा लेने को कहा था, लेकिन उन्होंने टालमटोल की थी।
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