होटल माउंट व्यू के रेस्टोरेंट को भी निजी हाथों में देने की तैयारी
सिटको चंडीगढ़ में अपने फाइव स्टार होटल माउंट व्यू के चाइनीज रेस्टोरेंट को भी प्राइवेट हाथों में देने की तैयारी में है। इसके लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया है।
चंडीगढ़, [बलवान करिवाल]। सिटको ने अपने फाइव स्टार होटल माउंट व्यू के चाइनीज रेस्टोरेंट को भी प्राइवेट हाथों में सौंपने की तैयारी कर ली है। इसके लिए सिटको ने प्रतिमाह तीन लाख रुपये का रेंट निर्धारित किया है। इस पर जीएसटी अलग से देना होगा। जो भी बिल्डर इससे अधिक रेंट देगा उसे यह रेस्टोरेंट सौंप दिया जाएगा। इसके लिए टेंडर भी जारी कर दिया है।
पहले भी सिटको ने अपने दो रेस्टोरेंट प्राइवेट कंपनी को दिए थे जिनके अनुभव अच्छे नहीं रहे हैं। बावजूद इसके सिटको अपने एक और रेस्टोरेंट को प्राइवेट कंपनी को सौंपने जा रहा है। रेस्टोरेंट को प्राइवेट कंपनी के हवाले करने का कारण इसके घाटे में चलना बताया जा रहा है। होटल माउंट व्यू शहर के सबसे पुराने फाइव स्टार होटल में से एक है। यह प्राइम लोकेशन पर स्थिति है। बावजूद इसके सिटको इसे चला नहीं पा रहा है।
मुनाफे में माउंट व्यू फिर भी नहीं चला पा रहा रेस्टोरेंट
सालों तक घाटा झेल चुकस माउंट व्यू पिछले साल से मुनाफे में चल रहा है। वित्त वर्ष 2017-18 में माउंट व्यू की सेल 29.54 करोड़ रुपये की रही थी। 2016-17 में उसकी सेल 24.46 करोड़ रुपये थे। सिटको को पिछले साल करीब 65 लाख रुपये का सीधा मुनाफा हुआ था। बावजूद इसके सिटको होटल माउंट व्यू के अपने रेस्टोरेंट को प्राइवेट हाथों में दे रहा है। आसान नहीं होगा चलाना सिटको के इस रेस्टोरेंट को
प्राइवेट कंपनी द्वारा चलाना आसान नहीं होगा
निजी कंपनी द्वारा इसे चलाना आसान नहीं होगा। सिटको ने इसका रेंट तीन लाख रुपये निर्धारित किया है। इस पर जीएसटी अलग से होगा। बोली में यह रेंट और बढ़ेगा। साथ ही बार के लिए लिकर लाइसेंस अलग से लेना होगा। इस पर भी दो लाख रुपये से अधिक खर्च करने होंगे। ऐसे में सिर्फ रेंट और लाइसेंस फीस ही काफी हो जाएगी। स्टाफ की सेलरी अलग से होगी। ऐसे में इसे चलाना आसान नहीं होगा।
15 मई से एयरपोर्ट आउटलेट होगा बंद सिटको 15 मई से इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बने अपने आउटलेट को भी बंद करने जा रहा है। इसको बंद करने का कारण इसके खुलने के बाद से घाटे में चलना है। एयरपोर्ट अथॉरिटी को इसे बंद करने के लिए सिटको नोटिस जारी कर चुका है। डॉमेस्टिक एयरपोर्ट पर बने आउटलेट चलते रहेंगे।
बैठक और ड्राप इन से लाखों का घाटा सिटको ने कलाग्राम स्थित बैठक रेस्टोरेंट को 2015 में प्राइवेट कंपनी को 6 लाख 5 हजार रुपये प्रतिमाह रेंट पर दिया था। लेकिन यह कंपनी कुछ महीने ही इसे चला पाई। नवंबर 2016 से बैठक रेस्टोरेंट बंद पड़ा है। कंपनी से कई महीनों का किराया तक सिटको नहीं ले पाया। इसी तरह से सेक्टर-34 का ड्राप इन भी सिटको ने प्राइवेट कंपनी को सौंपा था। लेकिन कंपनी इसे सरेंडर कर गई। तभी से यह दोनों बंद पड़े हैं। जिससे सिटको को 3 करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है।