मलोया में फ्लैट मिलने के बाद ढहाए जाएंगे प्रीफेब शेल्टर्स
पजेशन मिलते ही सेक्टर-52 और 56 के प्रीफेब शेल्टर्स को ढहा दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : मलोया में फ्लैट की पजेशन मिलते ही सेक्टर-52 और 56 के प्रीफेब शेल्टर्स को ढहा दिया जाएगा। कम्यूटराइज्ड ड्रॉ से शेल्टर वासियों को फ्लैट आवंटित होंगे। शिफ्टिंग से कम से कम तीन दिन पहले ड्रा का रिजल्ट प्रीफेब शेल्टर के ग्रुप में लगा चस्पा किया जाएगा। जिससे शेल्टर वासी शिफ्ट करने के लिए सामान पैक कर सकें। दिवाली के तुरंत बाद मलोया में इन फ्लैट की पजेशन देने के लिए तैयारी की जा रही है। बिजली और पानी के कनेक्शन भी पजेशन के बाद तुरंत टीम करने पहुंच जाएगी। एडवाइजर कम सीएचबी चेयरमैन मनोज परिदा ने मंगलवार को फ्लैट अलॉटमेंट कैंप के दूसरे दिन काउंटर का दौरा कर एप्लीकेंट्स से बात की। उन्होंने सीएचबी स्टाफ को एप्लीकेंट्स की पूरी मदद करने के आदेश दिए। साथ ही कोरोना महामारी को देखते हुए बरती जा रही सावधानी पर एप्लीकेंट्स की तारीफ की। कोरोना की वजह से काउंटर तक एक समय में 50 एप्लीकेंट को ही सीएचबी ऑफिस में एंट्री दी जा रही है। उनका काम होने के बाद अगला बैच भेजा जा रहा है। बता दें कि प्रशासन ने गवर्नमेंट ऑफ इंडिया की अफोर्डेबल रैंटल हाउसिग कांप्लेक्स स्कीम के तहत शेल्टर वासियों को मलोया में पुनर्वास योजना के तहत बनाए खाले फ्लैट रैंट पर देने का फैसला लिया है। जिसके बाद सीएचबी कार्यालय में दस्तावेज पूरे करने के लिए छह दिन का कैंप लगाया जा रहा है। यह कैंप वीरवार तक लगाया जाएगा। पुनर्वास योजना का आवेदन नहीं आएगा आड़े
एडवाइजर मनोज परिदा ने काउंटर दौरे के बाद स्पष्ट किया कि जिन लोगों ने स्मॉल फ्लैट स्कीम-2006 के तहत पहले से मकान के लिए आवेदन कर रखा है। उनका क्लेम या केस अभी लंबित है वह भी रेंट के फ्लैट वाली स्कीम का लाभ ले सकते हैं। इससे उनके क्लेम पर कोई असर नहीं पड़ेगा। भविष्य में अगर उन्हें पुरानी स्कीम के तहत मकान मिलना तय होता है तो रेंट एग्रीमेंट में बदलाव कर उन्हें मकान दे दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर पुरानी स्कीम के चक्कर में किसी ने रेंट पर फ्लैट के लिए आवेदन नहीं किया है तो वह सीएचबी की वेबसाइट पर विजिट कर ऐसा कर सकते हैं। उनके पास ईडब्ल्यूएस फ्लैट जिसमें दो रूम, किचन स्पेस, बाथरूम और बालकनी जैसी सुविधा वाले फ्लैट रेंट पर लेने का मौका है। इस स्कीम में यह फ्लैट 25 साल के लिए तीन हजार रुपये महीना रेंट पर मिलेगा। जिसमें दो साल बाद आठ फीसद की वृद्धि होगी।