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इस्तीफे के मुद्दे पर फूलका को नहीं मिल रहा आप का खुलकर साथ, अलग-थलग पड़े

बेअदबी मामले में इस्तीफे के अल्टीमेटम को लेकर आप अभी खुलकर फूलका के साथ नहीं है। नतीजतन, एक बार फिर फूलका अकेले पड़ गए हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Thu, 06 Sep 2018 04:39 PM (IST)Updated: Thu, 06 Sep 2018 09:08 PM (IST)
इस्तीफे के मुद्दे पर फूलका को नहीं मिल रहा आप का खुलकर साथ, अलग-थलग पड़े
इस्तीफे के मुद्दे पर फूलका को नहीं मिल रहा आप का खुलकर साथ, अलग-थलग पड़े

चंडीगढ़ [मनोज त्रिपाठी]। विधानसभा में बेअदबी कांड की जांच रिपोर्ट पेश होने के बाद इस्तीफे की सियासत गरमा गई है। आप विधायक एडवोकेट एचएस फूलका के इस्तीफे के एलान के बाद कांग्रेस भी पशोपेस में है। फूलका ने चेतावनी दी है कि अगर 15 सितंबर तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं की गई तो वह विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे। यह अलग बात है कि आप इस मुद्दे पर अभी खुलकर फूलका के साथ नहीं है। नतीजतन, एक बार फिर फूलका अकेले पड़ गए हैं।

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पंजाब में 2014-15 के बीच हुई बेअदबी की घटनाओं की जांच के लिए गठित जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट विधानसभा में पेश होने के बाद अकाली दल कठघरे में है। पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर सिंह बादल व पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी को भी आयोग ने रिपोर्ट में आरोपी बनाया है। रिपोर्ट पर बहस को लेकर विधानसभा सत्र से अकाली दल के वॉकआउट के बाद विधानसभा में मुख्यमंत्री की जमकर तारीफ हुई थी। उस समय बहस में आम आदमी पार्टी सदन में चूक गई।

आप विधायक रिपोर्ट पर बहस के बजाय मुख्यमंत्री की तारीफों के पुल बांधते रहे। बागी विधायक सुखपाल सिंह खैहरा, कंवर संधू और एडवोकेट एचएस फूलका की बात छोड़ दी जाए तो बाकी विधायक विधानसभा में मेज थपथपाते रहे। अंत में नेता प्रतिपक्ष एडवोकेट हलपाल सिंह चीमा ने जरूर समयबद्ध कार्रवाई की मांग की थी। कांग्रेस ने आयोग की रिपोर्ट विस में पेश करके एक तीर से दो निशाने साध लिए थे। कूटनीति के तहत रिपोर्ट पहले रिपोर्ट लीक करवा कर अकाली दल को भी बैकफुट पर कर दिया गया था।

विधानसभा का सत्र खत्म होने के दो दिन बाद फूलका ने रिपोर्ट पर कार्रवाई को लेकर सरकार को 15 सितंबर तक का समय दिया है। फूलका को उम्मीद थी कि पार्टी इस मामले में उनके साथ खड़ी होगी, लेकिन बगावत से जूझ रही आप के एक भी विधायक ने इस मामले में फूलका का साथ नहीं दिया। अब आप नेता इस मामले में कांग्रेसी विधायकों पर इस्तीफे का दबाव बनाने की सलाह देने में लगे हैं। फिलहाल अभी तक की सियासी कूटनीति में बेअदबी की रिपोर्ट पर कांग्रेस ने अकालियों को जरूर बाजार में खड़ा कर दिया है, लेकिन अगर इस्तीफे की राजनीति नहीं थमी तो कांग्रेस के गले में मरा हुआ सांप पडऩा तय है।

आरोपितों के खिलाफ हो कार्रवाई: फूलका

एडवोकेट फूलका इस बात पर अडिग हैं कि रिपोर्ट के अनुसार जो भी आरोपित हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। यह भावनाओं से जुड़ा मामला है। इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए। रिपोर्ट सामने आ चुकी है, तो कार्रवाई में देरी क्यों।

हम कानूनी पहलुओं पर विचार कर रहे हैं: जाखड़

कांग्रेस के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ का कहना है कि विधानसभा में फूलका सहित आप के सभी विधायकों ने कांग्रेस व कैप्टन की तारीफ की थी। अब क्रेडिट लेने की कोशिश कर रहे हैं। फूलका 15 दिन का समय दे रहे हैं, जबकि खैहरा 40 दिन का। पहले आप विधायक आपस में बैठकर तो तय कर लें कि उनकी क्या रणनीति है। कोई भी दोषी बिना सजा के न छूट जाए इसे लेकर हम कानूनी पहलुओं पर विचार कर रहे हैं।

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