Move to Jagran APP

शिअद व कांग्रेस की समानांतर रैलियों से पंजाब में छिड़ी सियासी जंग

पंजाब में मंगलवार को शिरामणि अकाली दल व कांग्रेस की समानांतर रैलियों से सियासी जंग तेज हो गई। कांग्रेस ने बठिंडा में रैली की तो इसके जवाब में शिरोमणि अकाली दल ने पटियाला में रैली का आयोजन किया। दोनों दलों ने खौफ की राजनीति पर आरोप-प्रत्‍यारोप के खंजर चलाए।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Tue, 15 Dec 2015 03:16 PM (IST)Updated: Wed, 16 Dec 2015 09:26 AM (IST)
शिअद व कांग्रेस की समानांतर रैलियों से पंजाब में छिड़ी सियासी जंग

चंडीगढ़। पंजाब में मंगलवार को शिरामणि अकाली दल व कांग्रेस की समानांतर रैलियों से सियासी जंग तेज हो गई। कांग्रेस ने बठिंडा में रैली की तो इसके जवाब में शिरोमणि अकाली दल ने पटियाला में रैली का आयोजन किया। दोनों दलों ने खौफ की राजनीति पर एक दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप के खंजर चलाए। बादल पिता-पुत्र ने कांग्रेस पर प्रदेश का माहौल खराब कर लोगों मेंं डर पैदा करने का आरोप लगाया। दूसरी आेर,कांग्रेस नेताआें ने कहा कि बादल सरकार प्रदेश में भय और आतंक के बल पर शासन चला रही है।

prime article banner

बठिंडा रैली में पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त प्रधान अमरिंदर सिंह ने रैली में कार्यभार संभाला। कैप्टन अमरिंदर ने मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल व उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल पर प्रहार किए। उन्होंने दावा किया कि अगली सरकार कांग्रेस की बनेगी।

श्री गुरुग्रंथ साहिब से बेअदबी की घटनाअों व अमृतसर के चब्बा में सरबत खालसा से उपजे विवाद के बाद अकाली दल ने प्रदेश में सद्भावना रैलियों का आयोजन शुरू किया था। पहली रैली बठिंडा में हुई थी। इसके बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बठिंडा में रैली करने की घोषणा की थी। कैप्टन ने कहा था कि यह कांग्रसे की रैली अकाली दल से बड़ी होगी।

इसके बाद सुखबीर सिंह बादल ने ऐलान किया कि जिस दिन कैप्टन रैली करेंगे उसी दिन वे पटियाला में जनसभा करेंगे। इसके बाद दोनों दलों ने 15 दिसंबर को रैलियां करने की घोषणा की। आज की इन दाेनों रैलियों से प्रदेश का माहौल चुनावी रंगत वाला हो गया। पंजाब में विधानसभा चुनाव मं अभी करीब डेढ़ साल है, लेकिन अभी से सभी दलों ने अपनी तलवारें म्यान से निकाल ली हैं।

प्रकाश सिंह बादल व सुखबीर बादल ने कांग्रेस को पंजाब विरोधी साबित करने की कोश्ािश की और सिखों के साथ अन्याय करने के अारोप लगाए। उन्होंने इसके लिए हरमंदिर साहिब पर सैन्य कार्रवाई,1984 के दंगे का उदाहरण दिया। उन्होंने अमृतसर के चब्बा में गरमपंथियों द्वारा सरबत खालसा के आयोजन को लेकर भी कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। बादल पिता-पुत्र ने कैप्टन अमरिंदर सिंह पर भी तीखे हमले किए।

दूसरी ओर, बठिंडा रैली से प्रदेश कांग्रेस के प्रधान के रूप में नई पारी शुरू करते हुए आक्रामक तेवर दिखाए। उन्होंने बादल पिता-पुत्र पर जमकर तीर चलाए और पंजाब की दुर्दशा के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने बादल सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए प्रदेश में अभियान चलाने के साथ महागठबंधन बनाने की बात कही।

उन्होंने श्री गुरुग्रंथ साहिब से बेअदबी,प्रदर्शकारी पुलिस फायरिंग व किसानों के मुद्दे पर भी अकाली-भाजपा सरकार को घेरा। अबोहर में दलित युवक की नृशंस हत्या के लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि प्रदेश में काूनन व व्यवस्था की बदहाल है। कांग्रेस कैंपेन कमेटी की अध्य अंबिका सोनी, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी डा.शकील अहमद ने भी बादल सरकार पर हमले किए। डा. शकील अहमद ने मोदी सरकार पर भी निशाना साधा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.