आज टेक्नोलॉजी का जमाना, पुलिस को अपनी इमेज और सिस्टम बदलने की जरूरत : अमित शाह
शाह ने कहा कि हाईटेक सिस्टम के जरिए ही शहर में सुरक्षा और शांति व्यवस्था बनाई जा सकती है। इस सबके लिए जरूरी है पुलिस पहले अपनी इमेज को बदले।
चंडीगढ़, जेएनएन। पुलिस को अपनी इमेज बदलने की जरूरत है, इमेज के साथ पुलिस को अपने सिस्टम में भी सुधार करना होगा। आज टेक्नोलॉजी का जमाना है, जिसे ध्यान में रखते हुए पुलिस को अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करना होगा। पुलिस अब पूरी तरह से हाईटेक हो चुकी है। हाईटेक सिस्टम के जरिए ही शहर में सुरक्षा और शांति व्यवस्था बनाई जा सकती है। इस सबके लिए जरूरी है, पुलिस पहले अपनी इमेज को बदले। यह बातें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहीं।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को इंडस्ट्रियल एरिया स्थित हयात रिजेंसी से इमरजेंसी रिस्पांस स्पोर्ट सिस्टम (ईआरएसएस)-112 हेल्पलाइन नंबर लॉन्च किया। इस नंबर पर किसी भी आपात स्थिति में मदद ली जा सकेगी। शाह ने जब हेल्पलाइन नंबर-112 लॉन्च किया। इस दौरान पंजाब के गवर्नर वीपी सिंह बदनौर, हरियाणा सीएम मनोहर लाल, चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर, एडवाइजर मनोज परिदा और डीजीपी चंडीगढ़ संजय बेनीवाल मौजूद थे।
ईआरएसएस-112 ऐसे करेगा काम
डीजीपी बेनीवाल ने गृहमंत्री को बताया कि पुलिस हेडक्वार्टर में ईआरएसएस-112 कॉमन कंट्रोल रूम बनाया गया है। जहां से डायल नंबर 100 (पुलिस), 101(फायर) और 108 (एंबुलेंस) सर्विस को जोड़ा गया है। कंट्रोल रूम में इन सभी हेल्पलाइन के कर्मचारियों का भी डेस्क बनाया गया है। जहां इनके कर्मचारी भी बैठकर कॉल अटैंड कर आगे की कार्रवाई के लिए सूचित करेंगे। इस कंट्रोल रूम में कॉल डायवर्ट करने की सुविधा होगी। इसके साथ अब सभी इमरजेंसी डायल नंबर-100, 101 और 108 चालू रहेंगे। जल्द ही दूसरे सभी कंट्रोल रूम नंबर जैसे ट्रैफिक (1073) महिला हेल्पलाइन (1091, 181), चाइल्ड हेल्पलाइन (1098) सहित सभी अन्य हेल्पलाइन को ईआरएसएस-हेल्पलाइन नंबर 112 से जोड़ा जाएगा।
चंडीगढ़ देश का पहला प्रदेश जहां शुरू हुआ ई-बीट सिस्टम
गृहमंत्री शाह ने शुक्रवार को चंडीगढ़ पुलिस के हाईटेक ई-बीट सिस्टम की भी शुरुआत की। शाह ने कहा केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ देश का पहला ऐसा प्रदेश बन गया है। जहां ई बीट सिस्टम को शुरू किया गया है। जिससे सबसे ज्यादा फायदा बुजुर्गों, महिलाओं और अन्य वर्ग के लोगों को मिलेगा। ई बीट सिस्टम के जरिए अब लोगों को पल भर में मदद की जा सकेगी। ई-बीट सिस्टम के जरिए बूथ के हर बीट इंचार्ज को टैबलेट दिया गया है। यह सिर्फ टैबलेट नहीं होंगे, बल्कि पूरी पुलिसिंग इसके अंदर होगी। बीट इंचार्ज के पास पूरा डाटा होगा। टैब पर क्लिक करते ही शहर से जुड़ी हर जानकारी मिल जाएगी। एरिया में ज्वैलर्स की शॉप कितनी हैं, कहां हैं, मार्केट कहां, शॉप, शराब के ठेके कहां और कितने, सीनियर सिटीजन के डिटेल्स, पीजी हाउस डिटेल्स, टेनेंट डिटेल्स, आदतन चोरी, स्नैचर, वांटेड अपराधियों सहित दूसरे अपराधियों की डिटेल्स होगी। इतना ही नहीं इस एप पर अपराधी और उसका पूरा क्रिमनल रिकॉर्ड भी होगा। अभी तक यह जानकारी पुलिस कर्मियों को मैनुअल ही जुटानी पड़ती थी।
डीजीपी ने गृहमंत्री को बताया कि गूगल प्ले स्टोर या एप्पल स्टोर से मोबाइल पर ई-बीट बुक एप डाउनलोड कर सकते है। एप के माध्यम से बीट पुलिस को किसी भी संबंधित शिकायत, अपराधिक गतिविधियों की जानकारी, नशा बिक्री और सट्टेबाजी की शिकायत दे सकते हैं।
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