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पीजीआइ सिक्योरिटी के खाकी का रंग नहीं बदलने पर पुलिस विभाग को आपत्ति

शहर के शिक्षण व स्वास्थ्य संस्थानों में सिक्योरिटी गा‌र्ड्स के खाकी पहनने पर यूटी पुलिस को कड़ी आपत्ति है, खासकर पीजीआइ को लेकर।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 01:56 PM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 01:56 PM (IST)
पीजीआइ सिक्योरिटी के खाकी का रंग नहीं बदलने पर पुलिस विभाग को आपत्ति
पीजीआइ सिक्योरिटी के खाकी का रंग नहीं बदलने पर पुलिस विभाग को आपत्ति

डॉ रविंद्र मलिक, चंडीगढ़ : शहर के शिक्षण व स्वास्थ्य संस्थानों में सिक्योरिटी गा‌र्ड्स के खाकी पहनने पर यूटी पुलिस को कड़ी आपत्ति है, खासकर पीजीआइ को लेकर। पुलिस विभाग ने इसको लेकर पीजीआइ पिछले सप्ताह पत्र लिखा है कि हेल्थ इंस्टीट्यूट के गार्ड्स को अपनी ड्रैस का रंग बदलना होगा, इससे पहले भी पीजीआइ को पत्र लिखा गया था जिसके बाद संस्थान ने ड्रैस में कुछ बदलाव कर दिए लेकिन मामला दोबारा से गर्मा गया है क्योंकि यूटी पुलिस ने लेटर दोबारा लिखा है। पुलिस का कहना है कि छोटे मोटे ही बदलाव किए गए हैे जबकि मुख्य रूप से रंग में बदलाव करना था जो कि नहीं किया गया। कई बार गार्ड के साथ मरीजों व उनके परिजनों का झगड़ा होता है और गार्ड्स को पुलिस समझा जाता है। इन झगड़ों के चलते बेवजह पुलिस की छवि खराब होती है और उस पर मरीजों के साथ गलत व्यवहार के आरोप लगते हैें। ऐसे में पीजीआइ को अपनी ड्रैस का कलर चेंज कर लेना चाहिए ताकि पुलिस की छवि खराब नहीं हो। मामले को दोनों विभागों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है। लेटर लिखने के बाद पीयू ने भी यूटी पुलिस के लेटर को कोई खास तरजीह नहीं दी थी।

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सेंट्रल इंस्टीट्यूट होने के चलते पेंच फंसा

पीजीआइ इससे पहले रंग बदलने को मना कर चुका है। साथ में यह तर्क दिया जाता है कि खाकी ड्रैस पहनने का ट्रैंड काफी पुराना है और इसमें नया कुछ बदलाव नहीं किया गया है। पीजीआइ सीधे तौर पर केंद्र सरकार के अंडर आता है तो ऐसे में यूटी पुलिस ड्रैस का रंग बदलने के लिए बाध्य नहीं कर सकती है।

किए गए बदलावों से खुश नहीं है पुलिस विभाग

इससे पहले भी यूटी पुलिस ने ड्रैस में बदलावों को लेकर कहा था। पीजीआइ में कुछ बदलाव भी किए लेकिन पुलिस विभाग से इनसे संतुष्ट नहीं है। पीजीआइ ने कैप का रंग ब्लू से खाकी कर दिया। यार्ड लाइन का रंग ब्लू से खाकी कर दिया। क्योंकि पुलिस की की कैप नीले और यार्ड लाइन दोनों ही नीले रंग की थी। नई ड्रैस में जेब के उपर भी पीजीआइ लिखा होगा। इसके अलावा इसमें बैज भी अलग से लगाए गए हैें।

पीयू में भी खाकी है सिक्योरिटी के लिए

पंजाब यूनिवर्सिटी में सिक्योरिटी खाकी रंग की ड्रैस पहनती है और अधिकारिक रूप से इसकी परमिशन है। पीयू को भी लेटर लिखा गया था। प्रशासन ने ड्रैस में कोई बदलाव नहीं किया। पक्के ही नहीं , कच्चे सुरक्षा कर्मी खाकी ही पहनते हैं। इसके अलावा रोड़वेज व बैंक में कई जगह कर्मी खाकी ड्रैस पहनते हैं। पीजीआइ ने मामले को लेकर कमेटी बनाई

पीजीआइ प्रशासन ने मामले को लेकर कमेटी बनाई है। इसके अध्यक्ष डॉ संजीव हाडा बनाए गए हैं, वो प्रशासन को जल्द ही अपनी रिपोर्ट सौपेंगे। इससे पहले भी मामले को लेकर कमेटी बनी थी लेकिन ड्रैस में ज्यादा बदलाव नहीं किए गए। यह भी सामने आया है कि खुद पीजीआइ सिक्योरिटी अधिकारी नहीं चाहते कि ड्रैस का रंग बदलना चाहिए।

हमारे पास पीजीआइ की ड्रैस का रंग बदलने को लेकर आपत्ति आई है। हम उनकी आपत्तियों को देखेंगे। अगर जरुरी हुआ तो इसमें बदलाव करेंगे। कमेटी की रिपोर्ट के बाद सब साफ हो जाएगा।

प्रो जगत राम, पीजीआइ डायरेक्टर


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