अमृतसर रेल हादसाः जांच में पुलिस व रेलवे दोषी, नवजोत कौर सिद्धू को क्लीन चिट
अमृतसर में दशहरा के दिन हुए रेल पटरी पर हुए हादसे में डिविजनल कमिश्नर की जांच रिपोर्ट अा गई है। इसमें रेलवे, पुलिस, दशहरा कार्यक्रम के आयोजक व नगर निगम को दोषी बताया गया है।
चंडीगढ़ [इन्द्रप्रीत सिंह]। पंजाब के गृह विभाग ने अमृतसर रेल हादसे से संबंधित जालंधर डिविजनल कमिश्नर बी. पुरुषार्था की रिपोर्ट मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को सौंप दी है। रिपोर्ट में रेलवे और पुलिस सहित कई अन्य को हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। रिपोर्ट में कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धूृ को क्लीन चिट दी गई है। वह दशहरा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थीं। डॉ. नवजोत कौर ने खुद को क्लीन चिट दिए जाने पर संतोष जताया।
दशहरा कार्यक्रम के आयोजक मिट्ठू मदान और नगर निगम को भी जिम्मेदार बताया गया
दशहरा कार्यक्रम के आयोजक मिट्ठू मदान समेत जिला पुलिस प्रशासन, नगर निगम, रेलवे फाटक के प्रभारी आदि को दोषी ठहराते हुए जांच अधिकारी ने उनके खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश की है। रिपोर्ट अभी अधिकारिक तौर पर जारी नहीं की गई है। गौरतलब है कि दशहरा पर्व पर हुए इस हादसे में 62 लोगों की जान गई थी।
किसकी क्या गलती
- पुलिस: अमृतसर में चूंकि कमिश्नरेट सिस्टम है, इसलिए वहां कोई भी आयोजन करने के लिए पुलिस से मंजूरी लेनी पड़ती है, लेकिन किसी भी अधिकारी ने मंजूरी देने से पहले आयोजन स्थल पर जाकर यह देखने की कोशिश नहीं की कि ज्यादा भीड़ होने पर सुरक्षा के लिए कितने लोगों को कहां-कहां लगाना है।
- रेलवे: फाटक कर्मचारी जानता था कि रेल लाइन पर सैकड़ों की गिनती में लोग खड़े हैं। गाड़ी को धीमी गति से गुजारने के लिए उसने कोई सिग्नल नहीं दिया, जबकि उससे पहले निकली गाड़ी काफी धीमी गति से गई। आवासीय क्षेत्र से गाड़ी को धीमी गति से निकलना चाहिए था।
- नगर निगम: निगम प्रशासन ने मंजूरी देने से पहले आयोजन स्थल का दौरा नहीं किया।
- आयोजक: अपनी जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभाई।
-----
नवजाेत काैर ने क्लीनचिट मिलने पर जताया संतोष
डॉ. नवजाेत कौर सिद्धू ने मजिस्ट्रेट जांच में खुद को क्लीनचिट दिए जाने पर संतोष जताया है। डाॅ. नवजोत कौर ने कहा, यदि किसी के बुलाने पर किसी कार्यक्रम में शामिल होती हूं और वहां कोई हादसा हो जाता है तो मैं उसके लिए कैसे जिम्मेदार हो सकती हूं। पूरे मामले में सिद्धू परिवार को बेवजह सिद्धू परिवार को बदनाम करने और घेरने का प्रयास किया।