शहर के मंदिरों में Physical Distancing का नहीं हो रहा पालन, स्वास्थ्य विभाग कर सकता है कार्रवाई
शहर के मंदिरों में भक्तों एंट्री को लेकर कोई पुख्ता इंतजाम नजर नहीं आ रहे। पांच से छह व्यक्ति एक साथ भगवान भोले का जलाभिषेक करने के बाद पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। अनलॉक-2 शुरू होने के बाद जहां पर शहर में तेजी से कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं, वहीं पर सावन महीना शुरू होने के साथ ही कई मंदिरों में भक्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस दौरान कोरोना से बचाव के लिए प्रशासन द्वारा बनाए हए नियमों को भी तोड़ा जा रहा है।
16 जुलाई को सावन महीने का दूसरा सोमवार था, जिसमें शहर के अलग-अलग मंदिरों में फिजिकल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती हुई देखी गईं। शिवालय के बाहर कोई भी व्यक्ति खड़ा नहीं था जोकि लोगों को एक-एक करके शिवालय के अंदर जाने दे। इसके अलावा अंदर बैठकर बिना शारीरिक दूरी के पूजा पाठ करवाया जा रहा है, जिसमें पांच से छह व्यक्ति पुजारी के साथ भगवान भोले का जलाभिषेक करने के बाद पूजा-अर्चना कर रहे हैं। सावन के पवित्र माह में श्रद्धालुओं की श्रद्धा पर ठेस न पहुंचे, इसलिए मंदिर खोले गए हैं लेकिन लोग फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे। ऐसे में चंडीगढ़ स्वास्थ्य विभाग भी कार्रवाई करने की सोच रहा है।
फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन न करने पर प्रशासन सख्त
कोरोना संकट के बीच मास्क न पहनने और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन न करने वालों के खिलाफ यूटी प्रशासन सख्त कार्रवाई कर रहा है। एक जनहित याचिका पर सोमवार को चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से अतिरिक्त स्वास्थ्य सचिव ने हाई कोर्ट में हलफनामा दायर कर बताया है कि प्रशासन ने अब तक मास्क न पहनने के मामले में 804 चालान किए हैं। वहीं फिजिकल डिस्टेंसिंग मेंटेन न करने वालों के 58 चालान किए गए हैं। वहीं ऐसे 129 वाहन चालकों के भी चालान किए गए हैं।
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