अब शहीद स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ की डीएवी कॉलेज के म्यूजियम में लगेगी फाेटाे Chandigarh News
डीएवी कॉलेज सेक्टर-10 शहीद स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ काे अनूठे तरीके से श्रद्वांजलि देगा।कॉलेज परिसर के म्यूजियम में जल्द ही शहीद सिद्धार्थ वशिष्ठ की फाेटाे लगाई जाएगी।
चंडीगढ़, [विकास शर्मा]। डीएवी कॉलेज सेक्टर-10 शहीद स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ काे अनूठे तरीके से श्रद्वांजलि देगा। कॉलेज परिसर के म्यूजियम में जल्द ही परमवीर चक्र विजेता शहीद विक्रम बत्रा के साथ शहीद स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ की फाेटाे लगाई जाएगी। देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले अपने पूर्व छात्रों को श्रद्धांजलि देने के मकसद से डीएवी कॉलेज की तरफ से खासतौर पर म्यूजियम बनाया गया है, इसमें शहीदों के फोटो लगाए गए हैं।
डीएवी कॉलेज के प्रिंसिपल पवन शर्मा ने बताया कि हमें सिद्धार्थ वशिष्ठ की शहादत पर गर्व है। जल्द डीएवी कॉलेज के म्यूजियम में उनका फोटो लगाया जाएगा। हमने म्यूजियम में फोटो लगाने के लिए तैयार भी करवा लिया लेकिन उसमें सिद्धार्थ काला चश्मा पहने हुए थे। इसलिए अब हमने सिद्धार्थ के परिवार से उनका कोई अन्य फोटो देने को कहा है।
कई अधिकारी हुए थे शहीद
गौरतलब है कि पुलवामा हमले के बाद भारत-पाक सीमा पर काफी समय तक तनाव रहा था। इसी दौरान जम्मू-कश्मीर के बड़गाम में 27 फरवरी, 2019 को एयरफोर्स के एमआइ-17 ट्रांसपोर्ट चौपर क्रैश हो गया था। इस हादसे में सिद्धार्थ समेत कुछ और अधिकारी शहीद हो गए थे। इसी साल गणतंत्र दिवस पर सिद्धार्थ वशिष्ठ को वायु सेना मेडल से सम्मानित किया गया था।
कॉलेज ने तैयार करवाई है स्पेशल डॉक्यूमेंट्री
प्रिंसिपल पवन शर्मा ने बताया कि हमने काफी मेहनत कर शहीद सिद्धार्थ वशिष्ठ की एक डॉक्यूमेंट्री भी बनाई है। इस फिल्म में कॉलेज के उन सभी छात्रों की यादों को संजोया गया है जिन्होंने बाद में सेना में जाकर वीरगति को प्राप्त किया है।
वीरों का कॉलेज माना जाता है डीएवी
प्रिंसिपल पवन शर्मा ने बताया कि अकेले डीएवी कॉलेज से 100 से ज्यादा सैनिकों और अफसरों ने देश के लिए शहादत दी है। परमवीर चक्र विजेता विक्रम बत्रा और महावीर चक्र विजेता मेजर विजंयत थापर, मेजर संदीप सागर और सेकेंड लेफ्टिनेंट राजीव संधू भी डीएवी कॉलेज के छात्र रहे हैं। इन सभी की शहादत आने वाली पीढि़यों के लिए प्ररेणास्त्रोत बने, इसके लिए हम सबका फर्ज बनता है कि हम इनकी शहादत को कभी न भूलें।
शहीद सिद्धार्थ वशिष्ठ के नाम पर है हरियाणा में स्कूल
शहीद स्कवाड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ का परिवार वर्षो से चंडीगढ़ में रहता है लेकिन वह मूल रूप से हरियाणा के अंबाला जिले के हमीदपुर गांव से हैं। हरियाणा सरकार ने अपने सपूत की शहादत पर हमीदपुर गांव के स्कूल का नाम बदलकर शहीद स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ राजकीय उच्च विद्यालय रखकर उन्हें सम्मान दिया है।