पीजीआइ नॉन फैकेल्टी इंप्लाइज यूनियन ने किया प्रदर्शन
दरअसल यह रैली पीजीआइ प्रशासन के खिलाफ निकाली गई थी।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ :
पीजीआइ नॉन फैकेल्टी इंप्लाइज यूनियन की ओर से शनिवार को अपनी लंबित मांगों को लेकर स्कूटर व कार रैली निकाली गई, लेकिन पुलिस बल और वॉटर कैनन के आगे इंप्लाइज यूनियन की एक नहीं चली। यूनियन के लोगों को रैली नहीं निकालने दी गई। दरअसल, यह रैली पीजीआइ प्रशासन के खिलाफ निकाली गई थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद पीजीआइ नॉन फैकेल्टी इम्पलाइज यूनियन की मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है। इसके विरोध में पिछले दो महीने से यूनियन संघर्ष कर रही है। कर्मचारियों ने मौके पर ही एकत्र होकर एक घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया।
यूनियन के अध्यक्ष अश्विनी कुमार मुंजाल ने कहा कि पीजीआइ प्रशासन ने पुलिस की मदद से उनकी रैली रोककर लोकतंत्र की हत्या की है। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों के पक्ष में किए गए उच्चतम न्यायालय के निर्णयों की अवहेलना करके पीजीआइ प्रशासन ने पहले ही न्यायपालिका की अनदेखी की है। अब उसका यह रवैया और भी शर्मनाक है। रैली की सूचना पहले से ही प्रशासन को दे दी गई थी । उन्होंने बताया कि 40 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब उन्हें ऐसा करने से रोका गया है। जबकि उनकी तरफ से कभी भी कोई ऐसा कार्य नहीं किया गया जिससे शांति भंग हुई हो। इसके बावजूद प्रशासन ने वार्ता करने की बजाय यह गलत कार्य किया है। उन्होंने बताया कि रैली के अंतर्गत कर्मचारी सेक्टर 15, 16, 17, 18,19 होते हुए गवर्नर को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपते हुए पीजीआइ में आकर उसे समाप्त करते, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। उन्होंने बताया कि इसके लिए आगे की रणनीति जल्द ही बैठक कर तैयार की जाएगी।