देशभर में PGI का डंका : NMC सदस्यों में प्रो. जगतराम का नाम शामिल, डॉ. संदीप को FNAMS अवार्ड
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सदस्यों के चयन की प्रक्रिया लाटरी द्वारा पूरी की। इसका कारण राज्य केन्द्रीय शासित प्रदेशों राज्य चिकित्सा परिषदों की ओर से काफी संख्या में नाम भेजना था।
जेएनएन, चंडीगढ़। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) के 25 सदस्यों के नाम की घोषणा कर दी गई है। इसमें पीजीआइ चंडीगढ़ के डायरेक्टर प्रोफेसर जगतराम भी शामिल हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को इसके सदस्यों के चयन की प्रक्रिया लाटरी द्वारा पूरी की। लाटरी के माध्यम से इनके चुनाव करने का मुख्य कारण इसके लिए राज्य और केन्द्रीय शासित प्रदेशों के साथ ही राज्य चिकित्सा परिषदों से काफी संख्या में नाम भेजा जाना था। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने इसके नामों की घोषणा करते हुए कहा कि विभिन्न राज्यों के 10 वाइस चांसलरों, राज्यचिकित्सा परिषदों के नौ प्रतिनिधियों और चार स्वायत्त बोर्डों के चार सदस्यों समेत 25 अंशकालिक सदस्यों को चुना गया है। एनएमसी भारतीय चिकित्सा परिषद के स्थान पर लागू किया जायेगा। इसके लागू होने पर 63 साल पुरानी भारतीय चिकित्सा परिषद कानून समाप्त हो जायेगा।
चार बोर्ड का होगा गठन
एनएमसी एक्ट के तहत चार बोर्डों का भी गठन किया जायेगा। ये बोर्ड अंडर ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन, पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन, मेडिकल एक्समेंट एंड रेटिंग और एथिक्स एंड मेडिकल रजिस्ट्रेशन हैं। तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, गुजरात, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, आध्रं प्रदेश, राजस्थान, दादर एवं नगर हवेली, पंजाब और हरियाणा से वीसी को चुना गया है। दिल्ली केगुरु गोविंद सिंह इन्द्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी के वीसी प्रोफेसर महेश वर्मा, पंजाब के फरीदकोट स्थित बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के वीसी राज बहादुर को सदस्य चुना गया है। उत्तर प्रदेश, सिक्किम, केरल, कर्नाटक, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश,बिहार, महाराष्ट्र, और मणिपुर के राज्य चिकित्सा परिषद से प्रतिनिधियों को चुना गया है। इसकेअलावा त्रिपुरा, जम्मू और कश्मीर, नागालैंड व मध्य प्रदेश के सदस्य स्वायत्त बोर्ड के तहत चुने गए। उत्तराखंड चिकित्सा परिषद के अजय कुमार खन्ना को सर्च कमेटी के लिए चुना गया है। अन्य सदस्यों में एम्स दिल्ली के डायरेक्टर रनदीप गुलेरिया और पीजीआइ चंडीगढ़ व टाटा मेमोरियल अस्पताल के डायरेक्टर शामिल हैं।
पीजीआइ के डॉ. संदीप को चुना गया फैलो
पीजीआइ के ईएनटी विभाग के एडिशनल प्रोफेसर डा. संदीप बंसल को नेशनल एकेडमी आफ मेडिकल साइंस का फैलो चुना गया है। डॉ. बंसल को आल इंडिया मेडिकल साइंस संस्थान, भोपाल में एक कार्यक्रम में एफएनएएमएस अवार्ड से सममानित किया गया। डा. बंसल का राइनोलॉजी और ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया के क्षेत्र में सक्रिय योगदान रहा है। वह ऑल इंडिया राइनोलॉजी सोसाइटी ऑफइंडिया के गवर्निंग बॉडी के सदस्य हैं। वह इंडोस्कोपिक साइनस सर्जरी के लिए कई कैडेवरिक विच्छेदन पाठ्यक्रम और कई अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय मंचों पर एक ऑपरेटिंग संकाय का आयोजन करते रहे हैं। उनका प्रयास था कि पीजीआइ में स्लीप प्रयोगशाला शुरू कर सके। यह स्लीप लेबोरेटरी उत्तर भारत में ओटोलर्यनोलोजी विभाग और हेड नेक सर्जरी विभाग में शुरू होने वाली अपनी तरह की पहली में से एक है।
डॉ बंसल ने 60 से अधिक पत्र पत्रिकाओं में समीक्षात्मक पत्रिकाओं में प्रकाशन किए हैं। उन्होंने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर अतिथि व्याखयान दिए हैं। रक्तदान शिविरों के आयोजन के रूप में सामुदायिक सेवाओं में उनका महत्वपूर्ण योगदान है और उन्होंने समाज के गरीबों और दलित वर्गों के लिए कई स्वास्थ्य सहायता शिविरों में भाग लिया है। वही पीजीआइ के एनाथिसिया एवं इंटेसिव केयर विभाग की एडिशनल प्रोफेसर. निधि भाटिया, सहायक प्रोफैसर डा. अंकुर गुप्ता, डा. पारुल चावला को नेशनल एकेडमिक आफ मेडिकल साइंस का सदस्य चुना गया है।
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