अच्छी खबर... PGI चंडीगढ़ में लगेेेगी देश की पहली DSA मशीन, दवाओं के ट्रायल की मिलेगी सटीक जानकारी
पीजीआइ चंडीगढ़ में दवाओं के परीक्षण के लिए और सुविधा मिलेगी। पीजीआइ में डीएसए मशीन लगाई जा रही है। यह देश में पहली मशीन है। इससे दवाओं का परीक्षण हो सकेगा और दवा के बारे में सटीक जानकारी मिल सकेगी।
जेएनएन, चंडीगढ़। पीजीआइ (Post Graduate Institute of Medical Education & Research, Chandigarh) में अब जानवरों पर बेसिक रिसर्च भी होगी। इसके लिए पीजीआइ में देश की पहली डिजिटल सबट्रेक्शन एंजियोग्राफी (Digital subtraction angiography DSA) रिसर्च फेसिलिटी से संपन्न एनिमल हाउस लैबोरेटरी (Animal House Laboratory) सेटअप होगी। पीजीआइ का रेडियो डायग्नोसिस एंड इमेजिंग डिपार्टमेंट (Radio Diagnosis and Imaging Department) डीएसए इंस्टॉल करेगा। इस सुविधा का मुख्य उद्देश्य नई दवाओं की टेस्टिंग और हार्डवेयर पर काम करना होगा जो मनुष्य की बीमारियों के इलाज में लाभदायक होगा।
पीजीआइ रेडियो डायग्नोसिस डिपार्टमेंट के एचओडी प्रो. डा. एमएस संधू ने यह जानकारी दी। प्रो. संधू ने बताया कि डीएसए मशीन मुख्य रूप से डिजिटल एक्स-रे एमिटिंग मशीन है। यह मनुष्य और जानवर की बॉडी का मूल्यांकन करने की सुविधा प्रदान करती है। इसमें किया यह जाता है कि आयोडिन बेस्ड कंट्रास्ट को चयनित वेजल में पतली ट्यूब के साथ इंजेक्ट किया जाता है। जिसके बाद उस चयनित ऑर्गन का वस्क्यूलर सिस्टम अच्छे से डिस्प्ले होने लगता है।
डा. संधू ने बताया कि इस मशीन से शरीर के विभिन्न ऑर्गन जैसे ब्रेन, लीवर, किडनी की एंजियोग्राफी की जा सकती है। कोई भी दवा मार्केट में आने से पहले एनिमल पर कई स्टेज पर चैक की जाती हैं। यह लैबोरेटरी इसका ही पार्ट होगी। इसमें नई दवाओं पर रिसर्च करने में मदद मिलेगी। साथ ही एनिमल बॉडी पर दवा के असर का एक्स-रे मशीन से सटीक जानकारी मिलकर पता लगेगा। जो रिसर्च में किफायती होगी। इससे दूसरे संस्थानों को भी लाभ मिलेगा।
यह भी पढ़ें : कुत्तों की भी चमकती है किस्मत, बहादुरगढ़ से 2 अमेरिका और 1 पहुंचा कनाडा, जानें पूरा मामला
यह भी पढ़ें : मानहानि मामले में पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल के खिलाफ जमानती वारंट जारी
यह भी पढ़ें : हरियाणा व चंडीगढ़ राष्ट्रीय औसत से अधिक कोरोना संक्रमित केस, पंजाब व हिमाचल में स्थिति बेहतर
यह भी पढ़ें : हरियाणा में कोरोना वैक्सीन के तीसरे फेज का ट्रायल 20 से, अनिल विज ने की पहला टीका लगवाने की पेशकश