PGI चंडीगढ़ ने शहर के मालियों पर किया शोध, सांस लेने में दिक्कत और एलर्जी सहिता कई बीमारियों ने जकड़ा
पीजीआइ चंडीगढ़ ने शहर के मालियों पर उनके स्वास्थ्य को लेकर शोध किया है। शोध में कई हैरान करने वाले कारणों का पता चला है। शोध के मुताबिक शहर के मालियों में सांस लेने में दिक्कत और एलर्जी से जुड़ी समस्याएं सामने आ रही हैं।
विशाल पाठक, चंडीगढ़। पीजीआइ चंडीगढ़ ने शहर के मालियों पर उनके स्वास्थ्य को लेकर शोध किया है। शोध में कई हैरान करने वाले कारणों का पता चला है। शोध के मुताबिक शहर के मालियों में सांस लेने में दिक्कत और एलर्जी से जुड़ी समस्याएं सामने आ रही हैं। पीजीआइ के प्रोफेसर रविंदर खाईवाल ने शहर के मालियों पर उनके स्वास्थ्य संबंधित दिक्कतों पर यह शोध किया है।
इस शोध में पीजीआइ के प्रोफेसर रविंदर खाईवाल ने शहर के 26 गार्डन में काम करने वाले मालियों को शामिल किया है। शोध में देखने में आया कि इन 26 गार्डन में काम करने वाले कुल मालियों में से तीन से चार फीसद में सांस लेने की दिक्कत और एलर्जी से जुड़ी समस्याएं देखने को मिली।
शोध में 496 माली किए गए शामिल
प्रोफेसर रविंदर खाईवाल ने बताया कि इस शोध में शहर के 26 गार्डन में काम करने वाले कुल 496 मालियों को शामिल किया गया था। जब हर माली के स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि इनमें से तीन से चार फीसद मालियों में सांस लेने की दिक्कत और एलर्जी से जुड़ी समस्याएं सामने आई। जो कि लंबे समय तक गार्डनिंग करने की वजह से मालियों में पैदा हुई।
दो अलग-अलग एज ग्रुप के मालियों को शामिल किया गया शोध में
प्रोफेसर रविंदर खाईवाल वालों ने बताया कि इस शोध में शामिल किए गए कुल 496 मालियों में 2 एज ग्रुप के लोग शामिल थे। इनमें 18 से 28 साल और 29 से 38 साल की उम्र के माली शामिल थे। शोध के मुताबिक 18 से 28 साल की उम्र के मालियों में से 4 फीसद मालियों में स्किन एलर्जी और जुखाम और बार-बार छींक आने जैसी समस्याएं देखने को मिली। 29 से 36 साल की उम्र के मालियों में बुखार, आंखों में जलन और बार-बार खांसी आना और सांस में दिक्कत जैसी समस्याएं पाई गई हैं।