हार की समीक्षा के दौरान पवन बंसल ने का ऐलान- नहीं लड़ूंगा अगला चुनाव Chandigarh News
साल 1991 से लेकर 1919 तक पवन बंसल चंडीगढ़ से आठ बार चुनाव लड़ चुके हैं। बंसल ने कहा कि वह कांग्रेस पार्टी के लिए काम करते रहेंगे।
जेएनएन, चंडीगढ़। अगले लोकसभा चुनाव में चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर कांग्रेस का चेहरा बदल जाएगा। पूर्व रेल मंत्री पवन बंसल ने रविवार को सेक्टर-35 के कांग्रेस भवन में यह स्पष्ट कर दिया। घोषणा की कि अब वह अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने यह बात लोकसभा चुनाव में मिली हार की समीक्षा के लिए आयोजित पार्टी के नेताओं की बैठक में कही।
साल 1991 से लेकर 1919 तक पवन बंसल चंडीगढ़ से आठ बार चुनाव लड़ चुके हैं। बंसल ने कहा कि वह कांग्रेस पार्टी के लिए काम करते रहेंगे। दो साल बाद नगर निगम के चुनाव होने हैं। इसके लिए वह पार्टी के नेताओं के साथ पहले से भी ज्यादा मजबूती के साथ तैयारी करेंगे। हालांकि बैठक में जमकर हंगामा हुआ। नेताओं ने एक दूसरे पर हार का ठीकरा फोड़ने की पूरी कोशिश की।
इस बीच कांग्रेस के चंडीगढ़ अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा और पार्षद दल के नेता देवेंद्र सिंह बबला के बीच नोकझोंक भी हुई। बबला ने छाबड़ा की कारगुजारी को लेकर आरोप लगाए। बबला ने छाबड़ा पर आरोप लगाया कि अपने रिश्तेदारों को संगठन में जिम्मेदारियां दी गई, जिनका पार्टी से कोई लेना-देना भी नहीं था। इस पर छाबड़ा ने पूछा की किस रिश्तेदार को जिम्मेदारी दी गई है। एचएस लक्की ने कहा कि इस समय कांग्रेस का संगठन कमजोर है। पिछले चुनाव में यह देखा गया है कि एक एरिया का कार्यकर्ता और नेता दूसरे एरिया में घूम रहा था। उन्होंने कहा कि इस समय शहरवासी भाजपा शासित नगर निगम चुनाव से दुखी है। कोई विकास का काम नहीं हो रहा है।
कई नेताओं ने बैठक से बनाई दूरी
बैठक में कांग्रेस के कई सीनियर नेता नदारद रहे। इनमें पूर्व मेयर सुभाष चावला, डीडी जिंदल, रामपाल शर्मा, पवन शर्मा, पूर्व मेयर कमलेश, शशि शंकर तिवारी,राम चरण गुप्ता और अजय जोशी के नाम प्रमुख हैं। बैठक में कांग्रेस के चंडीगढ़ अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा ने खुद पर लगे आरोपों पर सफाई दी। कहा कि दूसरे दल से आए लोगों को उन्हें नहीं बताना चाहिए कि पार्टी कैसे चलानी चाहिए। छाबड़ा ने मीटिंग की शुरुआत में ही सभी नेताओं से कहा था कोई भी नेता किसी पर निजी टिप्पणी न करे। पवन बंसल का कहना है कि साल बाद होने वाले एमसी के चुनाव के लिए पार्टी के नेता अभी से तैयारी में जुट जाएं। जिसे टिकट न भी मिले वह दूसरे को जिताने में ज्यादा जोर लगाए।
हंगामा बढ़ने पर बंसल ने नेताओं को समझाया
जसबीर बंटी ने संदीप भारद्वाज का नाम लिए बिना आरोप लगाए तो भारद्वाज के समर्थकों ने हंगामा कर दिया। हंगामा इतना बढ़ गया कि पवन बंसल खुद को उठकर कार्यकर्ताओं को शांत करना पड़ा। एक नेता ने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव के समय बांटी गई शराब तक कईयों ने अपने घर पर स्टोर कर ली है।
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