प्रकाश सिंह बादल ने मायावती से फोन पर की बात, बसपा सुप्रीमो बोलीं- गठजाेड़ सियासी व सामाजिक पहल
पंजाब में शिअद और बसपा के गठबंधन के एलान के बाद पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल ने बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती से फोन पर बात की। मायावती ने कहा कि यह गठबंधन राजनीतिक और सामाजिक पहल है।
चंडीगढ़, जेएनएन/एनआइए। पंजाब में शिरामणि अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन होने से दोनों दलों के नेता खुश हैं और उनके उत्साह है। शिअद के संरक्षण और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने बसपा सुप्रीमो व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती से फोन पर बात की। दोनों नेताओं ने गठबंधन होने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्हाेंने एक-दूसरे को इसके लिए बधाई दी। बादल ने मायावती को पंजाब आने का न्योता भी दिया। मायावती ने कहा कि दोनों दलों का यह गठबंधन पंजाब में नई राजनीतिक और सामाजिक पहल है।
आज चंडीगढ़ में शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल और बसपा नेता सतीश मिश्रा ने दोनों दलों के गठबंधन का एलान किया। इसके बाद पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल ने बसपा प्रमुख मायावती से फोन पर बात की। बादल ने कहा कि दोनों दलों का गठजोड़ पंजाब की सियासत में बड़ा कदम है और यह राज्य में बदलाव लाएगा। इस मौके पर सुखबीर सिंह बादल और सतीश मिश्रा भी मौजूद थे।
बादल ने मायावती से कहा कि दोनों दलों के बीच 25 साल बाद बना यह गठबंधन अब हमेशा कायम रहे यही उम्मीद है। प्रकाश सिंह बादल ने मायावती से शीघ्र पंजाब आने का आग्रह करते हुए कहा कि इसके लिए हम जल्द आपको औपचारिक न्यौता भेजेंगे। मायावती ने भी बादल को गठबंधन के लिए शुभकामनाएं व बधाइयां दीं। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन पंजाब की जनता के हित में है।
इसके साथ ही मायावती ने ट्वीट कर बसपा और शिअद के गठबंधन पर खुशी जताई। ट्वीट में उन्होंने कहा कि पंजाब में आज शिरोमणि अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी द्वारा घोषित यह गठबंधन एक नया राजनीतिक व सामाजिक पहल है, जो निश्चय ही राज्य में जनता के बहु-प्रतीक्षित विकास, प्रगति व खुशहाली के नए युग की शुरूआत करेगा। इस ऐतिहासिक कदम के लिए लोगों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
उन्होंने कहा कि वैसे तो पंजाब में समाज का हर तबक़ा कांग्रेस के शासन में गरीबी, भ्रष्टाचार व बेरोजगारी आदि से जूझ रहा है, लेकिन इसकी सबसे ज्यादा मार दलितों, किसानों, युवाओं व महिलाओं आदि पर पड़ रही है। इससे मुक्ति पाने के लिए इस गठबंधन को कामयाब बनाना बहुत जरूरी है। साथ ही, पंजाब की समस्त जनता से पुरज़ोर अपील है कि वे अकाली दल व बसपाृ के बीच आज हुए इस ऐतिहासिक गठबंधन को अपना पूर्ण समर्थन दें। यहां सन् 2022 के प्रारंभ में ही होने वाले विधानसभा चुनाव में इस गठबंधन की सरकार बनवाने में पूरे जी-जान से अभी से ही जुट जाएं।