परमजीत भ्यौरा को कड़ी सुरक्षा में मां का अंतिम संस्कार करने लाया गया
कड़े सुरक्षा प्रबंधों में चंडीगढ़ पुलिस सेक्टर-25 स्थित श्मशान घाट लेकर आई।
जागरण संवाददाता, मोहाली : पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्यारे व बुडै़ल जेल तोड़कर फरार हो जाने के मामले में नामजद परमजीत सिंह भ्यौरा को शुक्रवार को कड़े सुरक्षा प्रबंधों में चंडीगढ़ पुलिस सेक्टर-25 स्थित श्मशान घाट लेकर आई। जहां भ्यौरा ने अपनी मां प्रीतम कौर की चिता को मुखाग्नि दी। जिसके बाद परमजीत भ्यौरा ने अंतिम संस्कार में शामिल होने आए लोगों व अपने स्वजनों से भी बात की। इस दौरान नौजवानों व महिलाओं ने भ्यौरा के साथ फोटो भी खिचवाए। पुलिस उसे कीर्तन सरवन करने उपरांत अरदास के बाद वापस बुडै़ल जेल ले गई। भ्यौरा की मां की 30 जनवरी को बीमारी के कारण उनकी लड़की हरमिदर कौर निवासी सेक्टर-71 के घर में मौत हो गई थी। परिवार ने 31 जनवरी को अंतिम संस्कार करने का फैसला लिया और अदालत में भ्यौरा के अंतिम संस्कार में शामिल होने की याचिका दायर की थी। अदालत ने दो घंटे के लिए मां के अंतिम संस्कार में जाने की अनुमति दी थी। जैसे ही मोहाली पुलिस को इसकी सूचना मिली तो डीएसपी खरड़ पाल सिंह व थाना फेज-1 के एसएचओ मनफूल सिंह की अगुआई वाली टीम शुक्रवार दोपहर 12.45 पर काफी सुरक्षा मुलाजिमों को साथ लेकर सेक्टर-25 शमशान घाट में तैनात हो गई। बहन ने चंडीगढ़ प्रशासन पर लगाए आरोप
सात गाड़ियों के काफिले में पुलिस भ्यौरा को लेकर श्मशान घाट पहुंची और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी होने तक तैनात रही। भ्यौरा की बहन सुरिदर कौर ने बताया कि माता प्रीतम कौर पिछले काफी समय से बीमार थी और चलने-फिरने में असमर्थ थी। उन्होंने चंडीगढ़ प्रशासन पर आरोप लगाया कि भ्यौरा को मां के साथ मिलने के लिए हाईकोर्ट ने हुक्म किए थे और पीजीआइ की रिपोर्ट में बताया गया है कि उनकी मां जो चलने-फिरने में असमर्थ थी, उसके बावजूद भी मां बेटे को मिलने में अड़चनें पैदा की जाती रही।