जो नही आता उस पर बर्बाद नही करे समय : देवेद्र सिंह
बारहवी कक्षा के विद्यार्थी पहली बार बोर्ड की परीक्षा दे रहे है। जिसके कारण स्टूडेट्स के दिल मे परीक्षा के लिए डर बना हुआ है।
By Edited By: Published: Tue, 13 Feb 2018 03:21 AM (IST)Updated: Tue, 13 Feb 2018 08:54 AM (IST)
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : बारहवी कक्षा के विद्यार्थी पहली बार बोर्ड की परीक्षा दे रहे है। जिसके कारण स्टूडेट्स के दिल मे परीक्षा के लिए डर बना हुआ है। नॉन मेडिकल और मैथ के स्टूडेट्स के लिए मैथ सबसे अहम विषय है, क्योकि मैथ एक ऐसा विषय है, जिसमे पूरे नंबर आ सकते है। मैथ मे बेहतर नंबर स्टूडेट्स को मिले इसके लिए स्टूडेट्स लगातार मेहनत कर रहे है और शिक्षा विभाग चंडीगढ़ द्वारा जारी हेल्पलाइन पर भी कॉल करके अपनी परेशानी को हल करने मे जुटे है। शिक्षा विभाग द्वारा जारी हेल्पलाइन 10 फरवरी से शुरू हो चुकी है। जिसके कारण शहर के बच्चो के फोन भी अब आना शुरू हो गए है। बारहवी कक्षा के मैथ विषय को लेकर लगातार कॉल्स आ रही है। जिसमे स्टूडेट्स विभिन्न प्रकार की परेशानियो बता रहे है। पेपर बेहतर तरीके से हो और उसमे अंक बेहतर मिले, इसके लिए दैनिक जागरण की मैथ काउंसलर देवेद्र सिंह से बातचीत। 1.सीबीएसई के सैपल पेपर को करे सॉल्व सीबीएसई हर साल सैपल पेपर जारी करता है। इस सैपल पेपर मे एग्जाम का टाइप समझ आ जाता है। कौन सा प्रश्न कितने नंबर का आना है और किस प्रकार से टाइम मैनजमेट होनी है, इसकी समझ आ जाती है। इसलिए बारहवी के स्टूडेट्स सैपल पेपर को जरूर करे। 2. मुश्किल प्रश्न के लिए समय नही करे बर्बाद स्टूडेट्स पहले छोटे प्रश्नो को हल करने का प्रयास पहले करते है। यदि छोटे प्रश्न नही आते है तो उन्हे करने के प्रयास मे समय को बर्बाद नही करना चाहिए। मैथ मे हर प्रश्न के उलार के पूरे नंबर मिलते है। ऐसे मे टाइम पर पेपर पूरा करना जरूरी होता है। पहले उसे हल करे जो अच्छे से आता है। 3. किसी भी परेशानी से लिए टीचर से करे बात स्टूडेट्स को किसी फार्मूले मे कोई परेशानी आ रही है तो सीधा टीचर से संपर्क करने की जरूरत है। यदि कोई फार्मूला समझ नही आ रहा है तो स्टूडेट्स दूसरी बुक्स की सहायता से या फिर गूगल से उसे सॉल्व करने का प्रयास करते है जो कि सिर्फ टाइम की बर्बादी मात्र होता है। उससे किसी कोई कोई लाभ नही। ऐसे मे स्कूल टीचर से या फिर हेल्पलाइन से सीधे सहायता लेना उचित है। 4.फार्मूलो को रखे क्लीयर मैथ मे अमूमन दसवी कक्षा तक के मैथ के फार्मूले ही इस्तेमाल होते है। यदि किसी फार्मूले मे कोई परेशानी लग रही है तो बेहतर है, उसे एग्जाम से पहले ही क्लीयर कर ले। 5.टेबल का करे इस्तेमाल परीक्षा हल करने के दौरान टेबल फार्मूला जरूर बना ले। प्रश्न का उलार सही है इसे छोड़कर प्रश्न के उलार को नही छोड़े बल्कि उसे खुद ही फार्मूला का टेबल बनाकर चेक करे। खुद पर पूरा विश्वास होने पर ही उलार को पूरा करे। एग्जाम की तैयारी के लिए प्रैशर बिल्कुल नही ले। हर चैप्टर को आराम से रिवाइज करे और मनोरंजन के लिए समय जरूर निकाले। ट्यूशन से पढ़ने के बजाए खुद यदि रिवीजन होती है तो वह कभी भूलती नही है। इसलिए सेल्फ स्टडी बेहतर नंबर लाने के लिए बहुत जरूरी है। अनुरीत, बारहवी कक्षा मे मेडिकल मे 93 प्रतिशत अंक हासिल करने वाली। नोट्स बनाने बहुत ही जरूरी है। बिना नोट्स के किसी भी प्रश्न को समझना बहुत ही मुश्किल है। इसके अलावा किसी भी विषय मे रटटा नही मारे अपितु उसे समझकर उलार दे। एग्जाम के दिनो मे देर रात तक जागे नही क्योकि इससे बीमार होने का भी डर बना रहता है। ईशान, दसवी कक्षा मे टेन सीजीपीए हासिल करने वाला। बेहतर अंक पाने के लिए सबसे जरूरी लग्न के साथ पढ़ाई करना है। आठ-दस घंटे तक पढ़ाई करने से बेहतर है कि चार घंटे ही पढ़ाई करे, लेकिन वह पढ़ाई मन लगाकर करे। यदि बिना मन के पढ़ाई हो तो उसका कोई फायदा नही है। भूमि, बारहवी कक्षा की टॉपर स्टूडेट।
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