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विरोधियों के आरोपों से दुखी थे पापा, रातभर सो नहीं पाते थे

समाज के ही कुछ लोग उन्हें मेयर बनता नहीं देखना चाहते थे।

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Jan 2019 06:40 AM (IST)Updated: Sat, 19 Jan 2019 06:40 AM (IST)
विरोधियों के आरोपों से दुखी थे पापा, रातभर सो नहीं पाते थे
विरोधियों के आरोपों से दुखी थे पापा, रातभर सो नहीं पाते थे

विशाल पाठक, चंडीगढ़ : मेयर चुनाव से पहले जिस प्रकार राजेश कालिया पर उनके विरोधी व प्रतिद्वंद्वी आरोप लगा रहे थे। समाज के ही कुछ लोग उन्हें मेयर बनता नहीं देखना चाहते थे। यहां तक कि उनकी ही पार्टी के पार्षद सतीश कैंथ द्वारा उनके व पार्टी के खिलाफ बगावत करते हुए मेयर कैंडिडेट के लिए नामांकन भरे जाने और राजेश कालिया के पुराने पुलिस रिकॉर्ड व कोर्ट में चल रहे उनके खिलाफ मुकदमों को लेकर जिस प्रकार अखबारों में रोजाना खबरें छप रही थीं। जब इन सब मुद्दों पर मेयर राजेश कालिया के परिवार से बातचीत की गई। तो मेयर की बेटी नेहा और अंजली ने कहा कि उनके पापा इन सब बातों से बेहद दुखी थे। यहां तक कि रातभर सो नहीं पाते थे। वह हमेशा इस बात से परेशान रहते थे कि उन्होंने समाज, पार्टी और शहर के लोगों के लिए जीवनभर कार्य किए। इसके बावजूद उन पर इस प्रकार के आरोप लगाए गए। मेयर चुनाव से पहले जिस प्रकार उनके पापा के खिलाफ अखबारों में खबरें प्रकाशित हुई। वह उनसे काफी दुखी थे। यहां तक कि वह रातभर जागते रहते थे, ढंग से खाना तक नहीं खाते थे। यह सब बातें शहर के नए मेयर राजेश कालिया के परिवार ने विशेष बातचीत में साझा की। जीत का पूरा श्रेय दिया भाजपा को

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वहीं, जब मेयर राजेश कालिया की पत्नी रेनू से बातचीत की गई, उन्होंने इस जीत का पूरा श्रेय भाजपा, शहरवासियों और समाज के लोगों को दिया। रेनू ने कहा कि वह हमेशा मेहनत करते रहते थे, वह भाजपा पार्टी का शुक्रगुजार करना चाहती हैं कि उन्हें मेयर के काबिल समझा और जीत दिलाई। मेयर की बड़ी बेटी को दर्शक दीर्घा में नहीं आने दिया गया

जिस वक्त सदन में भाजपा के कैंडिडेट राजेश कालिया के नाम की मेयर बनने की औपचारिक घोषणा की जा रही थी। तब निगम हाउस के दर्शक दीर्घा में मेयर की दो बेटियां नेहा और अंजलि, पत्नी रेनू, पिता कुंदन लाल और उनका एक भाई राज बोहर मौजूद था। मेयर राजेश कालिया की बड़ी बेटी निशा सदन के दर्शक दीर्घा में आना चाहती थीं। लेकिन पास न होने के चलते वह प्रवेश नहीं कर सकीं। यह सब वाकया राजेश कालिया के मेयर बनने से पहले हुआ। जब राजेश कालिया के नाम की औपचारिक घोषणा की जा रही थी और सांसद किरण खेर राजेश कालिया को मेयर की कुर्सी पर बैठाने के लिए अपने साथ ले जा रहीं थीं। यह सब मेयर की बड़ी निशा नहीं देख सकीं। मेयर की बड़ी बेटी निशा को इस बात का बेहद ही मलाल है। मुंबई से आया भाई, दी बधाई, कहा-समाज और शहर के लिए करेंगे काम

मेयर राजेश कालिया के भाई राज बोहर जोकि मुंबई में रहते हैं, वह अपने भाई को मेयर बनता देखना चाहते थे। वह मुंबई से चंडीगढ़ बीते वीरवार को पहुंचे। जोकि मेयर चुनाव के दौरान नगर निगम सदन के दर्शक दीर्घा में अन्य परिजनों के साथ मौजूद थे। राज बोहर ने कहा कि वह कुल सात भाई-बहन हैं। वहीं, इस दौरान मेयर के पिता कुंदन लाल ने कहा कि वह आशा करते हैं कि उनका बेटा व शहर के मेयर लोगों की समस्याओं को दूर करेंगे और शहर के विकास कार्यों को अपना अहम योगदान देंगे।


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