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Corona virus का असर, पंजाब में 31 मार्च तक प्राइवेट स्कूल-कॉलेज, विश्वविद्यालय बंद

पंजाब में भी कोरोना वायरस की दहशत है। राज्‍य सरकार ने ऐहतियात बरतते हुए सरकारी स्‍कूलाें को 31 माच्र तक बंद करने का आदेश दिया है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 13 Mar 2020 08:48 AM (IST)Updated: Fri, 13 Mar 2020 07:35 PM (IST)
Corona virus का असर, पंजाब में 31 मार्च तक प्राइवेट स्कूल-कॉलेज, विश्वविद्यालय बंद
Corona virus का असर, पंजाब में 31 मार्च तक प्राइवेट स्कूल-कॉलेज, विश्वविद्यालय बंद

चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब में कोरोना वायरस (Corona virus) की दहशत लगातार बढ़ रही है। प्रदेश में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूलों, कॉलेजों व विश्वविद्यालयों को 31 मार्च तक बंद करने के आदेश दिए हैं। शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने कहा कि जिन स्कूलों में परीक्षाएं चल रही हैं, वह उसी तरह जारी रहेंगी। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की है कि वे एहतियात के तौर पर समय-समय पर साबुन से अच्छी तरह हाथ धोएं या सेनिटाइजर से साफ करें। डॉक्टरों की सलाह के बाद ही दवा लें। पालतू व जंगली जानवरों के असुरक्षित संपर्क से बचें।

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शिक्षा मंत्री सिंगला ने कहा- स्‍कूलों में परीक्षाएं चल रही हैं तो वे जारी रहेंगी

पंजाब के शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने शुक्रवार शाम बताया कि पंजाब सरकार ने कोरोना वायरस के मद्देनजर ऐहतियाती कदम उठाते हुए सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में 31 मार्च तक छुट्टियां करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जिन स्कूलों में परीक्षाएं चल रही हैं, वह उसी तरह चलती रहेंगी।

सिंगला ने बताया कि यह बीमारी पूरे विश्व में फैल रही है और राज्य में इसको रोकने के लिए जरूरी है कि इससे बचाव के लिए प्रयास तेज किए जाएं। इसी कारण एहतियात के तौर पर राज्य के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को 31 मार्च तक बंद करने का फैसला किया गया है। जिन स्कूलों में परीक्षाएं जारी हैं, वे चलती रहेंगी।

मंत्री ने विद्यार्थियों से अपील की कि वह एहतियात के तौर पर समय-समय पर साबुन के साथ अच्छी तरह से हाथ धोएं या अल्कोहल-आधारित सेनिटाइजऱ के साथ अच्छी तरह से हाथ साफ करें। किसी तरह की समस्‍या होने या लक्षण दिखने पर घरेलू नुस्खों के साथ इलाज करने की बजाय विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह से दवा ली जाए।

बता दें कि काेरोना के बारे में राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सुझाव के लिए पहले ही स्थापित की हेल्पलाइन-104 पर संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा नेशनल कॉल सैंटर 011-23978046 और स्टेट कंट्रोल रूम नंबर 88720-90029 और 0172-2920074 भी स्थापित किए गए हैं।

इसके पहले पंजाब सरकार ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए विदेश से लौटे दो आइएएस और दो आइपीएस अधिकारियों को 14 दिन तक अपने घरों में रहने के आदेश दिए हैैं। इनमें मोहाली के डिप्टी कमिश्‍नर (डीसी) गिरीश दयालन, फतेहगढ़ साहिब की एसएसपी अमनीत कौंडल, संगरूर के एसएसपी संदीप गर्ग और पटियाला डेवलपमेंट अथॉरिटी की मुख्य प्रशासक सुरभि मलिक शामिल हैं। इसके साथ ही राज्‍य में काेरोना के दो और संदिग्‍ध मरीज मिले हैं।

दो और संदिग्ध केस सामने आए

फरीदकोट में मलेशिया व दुबई से लौटे दो लोगों को एहतियातन सिविल अस्पताल में दाखिल किया गया है। सेहत विभाग ने सैंपल जांच के लिए भेजे हैं। दोनों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका है। अमृतसर एयरपोर्ट पर सात, जबकि अटारी सीमा पर एक व्यक्ति की जांच की गई।

इटली व स्विटजरलैंड में छुट्टी बिताकर चार मार्च को लौटे हैैं ये अधिकारी

ये सभी अधिकारी छुट्टियां बिताने के लिए इटली और स्विटजरलैंड गए हुए थे। चार मार्च को वापस आए हैैं। हालांकि इनका मेडिकल टेस्ट हो चुका है और कोरोना वायरस के लक्षण नहीं हैं, लेकिन ऐहतियात के तौर पर इन सभी को 14 दिन के लिए अपने-अपने घर में रहने को कहा गया है। सभी अधिकारियों ने सरकार को बताया है कि वह उन देशों से आए हैं जहां कोरोना वायरस फैला हुआ है।

मोहाली के डीसी, फतेहगढ़ साहिब व संगरूर के एसएसपी को दी गई हिदायत

काबिले गौर है कि सरकार ने 6 मार्च को सभी विभागों को एक एडवाइजरी जारी की थी। इसमें कोरोना वायरस को देखते हुए सभी सरकारी कर्मचारियों की एक्स इंडिया लीव को रद करने को कहा था। साथ ही कहा था कि किसी की अगले आदेशों तक एक्स इंडिया लीव मंजूर न की जाए। विदेश से लौटे अधिकारियों व कर्मचारियों को घर में अकेले रहने की हिदायत भी दी गई थी।

दो और संदिग्ध, अकाली दल ने बैसाखी तक रद की सभी रैलियां

दूसरी ओर, पंजाब में कोरोना वायरस के दो और संदिग्ध केस सामने आए हैैं। गुरदासपुर के सिविल अस्पताल में दाखिल व्यक्ति चीन से बीते माह लौटा था। लुधियाना के सिविल अस्पताल में दाखिल मरीज कुछ दिन पहले आस्ट्रेलिया से लौटा है। उधर, शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष  सुखबीर सिंह बादल ने कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए बैसाखी यानी 13 अप्रैल तक पार्टी की सभी रोष रैलियां रद कर दी है। विशेषज्ञों द्वारा हर हाल में बड़ी सभाएं करने से बचने की सलाह पर उन्होंने यह फैसला किया है। इससे पहले 21 मार्च तक होने वाली रैलियों को रद करने की घोषणा की थी।

सुखबीर ने कहा कि पार्टी द्वारा 13 अप्रैल के बाद कोरोना वायरस के खतरे का जायजा लिया जाएगा। इसके बाद 'रोष रैलियों' की नई तारीख जारी की जाएगी। ये रैलियां कांग्रेस द्वारा विधानसभा चुनाव के समय किए वादे न पूरे करने पर सरकार के खिलाफ जनता को लामबंद करने के लिए की जा रही हैैं। अकाली दल ने चंडीगढ़ स्थित पार्टी मुख्यालय में होने वाली बैठकों को भी एक सप्ताह के लिए रद कर दिया है। पार्टी अध्यक्ष की जिला स्तरीय नेताओं के साथ ये बैठकें 14 मार्च, 17, 18, 19 व 20 मार्च को होनी थीं। इन बैठकों के बारे में नई तारीखों की घोषणा बाद में की जाएगी।

चीन से लौटा होटल मैनेजर अस्पताल में दाखिल

गुरदासपुर व लुधियाना में कोरोना के दो संदिग्ध केस सामने आए हैैं। चीन के होटल में मैनेजर का काम करने वाले गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक के एक व्यक्ति को सिविल अस्पताल प्रशासन ने भर्ती किया है। वह 15 फरवरी को भारत लौटा था। डॉ. मनजिंदर सिंह बब्बर ने बताया कि मरीज का सैैंपल लेकर जांच के लिए दिल्ली भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे के बारे में कुछ कहा जा सकेगा।

उन्‍होंने बताया कि चीन में उसे दिसंबर में खांसी की शिकायत हुई थी। जांच में रिपोर्ट सामान्य आई थी। फरवरी में जब वह भारत आया तो उसे फिर शिकायत हुई। यहां उसने गुरदासपुर सिविल अस्पताल में डॉक्टरों से संपर्क किया तो डॉक्टरों ने उसे वापस डेरा बाबा नानक में दाखिल करवा दिया। लुधियाना के सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया व्यक्ति कुछ दिनों पहले आस्ट्रेलिया से लौटा है। उसके भी सैैंपल जांच के लिए भेज गए हैैं।

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अब अमृतसर व पीजीआइ चंडीगढ़ में भी मिलेगी कंफर्म रिपोर्ट, पुणे नहीं भेजना पड़ेगा सैंपल

कोरोना वायरस के कोविड-19 डिजीज का पता लगाने के लिए अब पंजाब के दो प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में कन्फर्म टेस्ट की प्रक्रिया आगामी मंगलवार को शुरू हो जाएगी। अमृतसर के सरकारी मेडिकल कॉलेज स्थित इंफ्लुएंजा लैब व पीजीआइ चंडीगढ़ में कन्फर्मेशन टेस्ट करने के लिए इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) ने मंजूरी प्रदान कर दी है। कन्फर्मेशन टेस्ट में प्रयुक्त होने वाले री-एजेंट (केमिकल) का बड़ा भाग अमृतसर भेजा गया है।

अमृतसर लैब में संदिग्ध मरीजों के लगातार टेस्ट किए जा रहे हैं। वर्तमान में यहां आरटीपीसीआर मशीन के जरिए मरीज के ई-जीन की जांच की जा रही है। यह कोरोना का प्राथमिक टेस्ट है। ई-जीन में कोरोना के लक्षण मिलने पर पुष्टि के लिए ओआरएफ वन-बी व आरटीपीआर टेस्ट किया जाता है।

यह टेस्ट पुणे स्थित नेशनल वायरोलॉजी लैब में होता है। अब मेडिकल कॉलेज में ओआरएफ वन-बी व आरटीपीआर टेस्ट किया जाएगा। अमृतसर के साथ-साथ पीजीआइ चंडीगढ़ में भी दूसरे चरण का टेस्ट होगा। पटियाला मेडिकल कॉलेज में फिलहाल संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग ही की जाएगी।

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