पीजीआइ में नौकरी में 'पेड सीट्स' का झांसा, चार गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पीजीआइएमइआर के एक्स-रे विभाग में जूनियर लैब टेक्निशियन के पद के लिए इंटरव्यू देने पहुंचे परीक्षार्थियों से संपर्क कर उनसे मोटी रकम लेकर उन्हें नौकरी दिलवाने का झांसा देने के मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग उन्हें 'पेड सीट्स' कोटे से
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पीजीआइएमइआर के एक्स-रे विभाग में जूनियर लैब टैक्निशियन के पद के लिए
इंटरव्यू देने पहुंचे परीक्षार्थियों से संपर्क कर उनसे मोटी रकम लेकर उन्हें नौकरी दिलवाने का झांसा देने के मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग उन्हें 'पेड सीट्स' कोटे से नौकरी दिलाने की बात करते थे, जबकि पीजीआइएमइआर में इस तरह का कोई प्रावधान नहीं है।
हत्थे चढ़े आरोपी चंडीगढ़ के सेक्टर 46 बी निवासी मोहित, अशोक कुमार, सेक्टर 47 डी निवासी हरप्रीत सिंह और गुडगांव के पालम विहार निवासी ख्याली राम मीणा हैं। इनसे पूछताछ कर पुलिस परीक्षार्थियों से धोखाधड़ी करने की पूरी प्रक्रिया का पता लगाने के प्रयास में जुटी है।
बकौल पुलिस पीजीआइएमइआर प्रबंधन ने जूनियर टेक्निशियन पदों की भर्ती के लिए विज्ञापन दिया था। इसके लिए लिखित परीक्षा हुई थी और इंटरव्यू भी हुआ। आरोपी मोहित और हरप्रीत ने भर्ती प्रक्रिया के दौरान इंटरव्यू देने पहुंचे परीक्षार्थियों का पता लगा उनसे फोन पर संपर्क किया। जिस दौरान आरोपियों ने उन्हें मोटी रकम देने के एवज में उनका चयन करवाने का भरोसा दिया। उन्होंने रकम को कम-ज्यादा किए जाने की बात भी कही।
हैरत की बात यह है कि उक्त आरोपी ख्याली राम मीणा और अशोक कुमार पीजीआइएमइआर की वेबसाइट से परीक्षार्थियों के उस लॉग-इन पोर्टल तक भी पहुंच गए थे, जहां उनका डाटा बैंक मौजूद था। इसकी मदद से आरोपियों ने इन परीक्षार्थियों की गोपनीय जानकारी उनके नाम, एप्लिकेशन नंबर,फोन नंबर सहित जन्म-तिथि, लॉग-इन आइडी सहित पासवर्ड तक हासिल कर लिया।
इसके बाद उन्होंने इन परीक्षार्थियों को उनके नाम, एप्लिकेशन नंबर व फोन सहित अन्य जानकारियां भेजी।
परीक्षार्थियों पर विश्वास बढ़ाकर आरोपी उन्हें प्रलोभन देकर 'पेड सीट्स' पर उनके चयन की गारंटी ले रहे थे।फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी है। पुलिस इस मामले में और जानकारी इसके बाद ही देने की बात कर रही है।
आवेदन आने पर उठा फर्जीवाड़े से पर्दा
आरोपियों की जालसाजी और फर्जीवाड़े से पर्दा उस समय उठा जब चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी दो लोगों ने आवेदन किया। इस पर पीजीआइ प्रबंधन ने जांच कर आवेदकों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि 'पेड सीट्स' पर उनका चयन करवा देने की गारंटी लिए संपर्क करने व रकम की मांग के बारे में बताया। इस खुलासा से बाद पीजीआइएमइआर अधिकारियों के होश उड़ गए। उन्होंने पूरे मामले की पुलिस को शिकायतकी। आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर साइबर सेल को जांच में लगा दिया गया था।