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अब ट्रांसप्लांट का आता है 100 फीसद रिजल्ट : पद्मश्री डॉ. मुकुट मिज

पीजीआइ के स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स में बुधवार को ट्रांसप्लांट गेम्स-2020 का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Feb 2020 09:40 PM (IST)Updated: Thu, 27 Feb 2020 06:09 AM (IST)
अब ट्रांसप्लांट का आता है 100 फीसद रिजल्ट : पद्मश्री डॉ. मुकुट मिज
अब ट्रांसप्लांट का आता है 100 फीसद रिजल्ट : पद्मश्री डॉ. मुकुट मिज

विकास शर्मा, चंडीगढ़ : पीजीआइ के स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स में बुधवार को ट्रांसप्लांट गेम्स-2020 का आयोजन किया गया। इस गेम्स में 300 से ज्यादा उन लोगों ने हिस्सा लिया, जिन्होंने पीजीआइ से अपनी किडनी, लीवर और पेंक्रियाज ट्रांसप्लांट करवाए हैं। इस टूर्नामेंट का उद्घाटन नेशनल ऑर्गन एंड टिशू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन के डायरेक्टर डॉ. बसंथी रमेश ने किया। टूर्नामेंट में पांच साल के जश्नजीत के साथ 70 साल के अवतार सिंह ने हिस्सा लिया। इस टूर्नामेंट का मकसद लोगों को अंगदान के लिए जागरूक करना था। इस प्रतियोगिता में क्रिकेट मैच, 100 मीटर रेस, 100 मीटर वॉक, 400 मीटर रिले, बैडमिटन, स्पून रेस, रंगोली जैसे खेलों का आयोजन किया गया। 60 दिन भी नहीं हुए अभी ट्रांसप्लांट को फिर भी साहिल ने बांधा समां

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लुधियाना के गांव बढ़ी हेवोबाल में रहने वाले 15 साल के साहिल दास ने बताया कि पिछले साल 28 दिसंबर को मेरी किडनी ट्रांसप्लांट हुई थी। अब मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं, मेरा चयन इंडियन आइडल के लिए भी हो गया था, लेकिन मेरी सेहत की वजह से मुझे अगले सीजन में आने को कहा गया। अब मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं जल्द शाइनिग स्टार पंजाब के ग्रैंड फिनाले में हिस्सा लूंगा। किडनी ट्रांसप्लांट करवाकर भी बॉडी बिल्डिंग का शौक रखते हैं दिग्विजय

मध्य प्रदेश के जब्बलपुर के रहने वाले दिग्विजय सिंह गुजराल बताते हैं कि उन्होंने पीजीआइ में साल 2011 में अपनी किडनी ट्रांसप्लांट करवाई थी। अब मैं विश्व में ट्रांसप्लांट करवाने वाले लोगों में सबसे ज्यादा फिट व्यक्ति हूं। व‌र्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स में मैं स्क्वैश का व‌र्ल्ड चैंपियन हूं। अपनी ऐज कैटेगरी में मैं 5वें नंबर का सबसे तेज धावक हूं। अब बेहतर आते हैं ट्रांसप्लांट के बेहतर रिजल्ट

पीजी के पूर्व सर्जन पद्मश्री डॉक्टर मुकुट मिज ने बताया कि पीजीआइ में पहली किडनी 1973 में ट्रांसप्लांट हुई थी। उन्होंने 1980 में जूनियर रेजीडेंस डॉक्टर के तौर पर पीजीआइ ज्वाइन की थी, साल 1985 में पहली किडनी ट्रांसप्लांट करवाई। साल 2017 में उन्हें पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित किया। उन्होंने बताया कि पहले रिजल्ट इतने अच्छे नहीं आते थे, लेकिन टेक्नोलॉजी आने की वजह से अब शानदार नतीजे मिलते हैं, अब ट्रांसप्लांट करवाने में खतरा बहुत कम है। ट्रांसप्लांट के बाद हुआ बेटा पैदा

यूटी प्रशासन के अधिकारी प्रवीन कुमार ने बताया कि उन्हें 10 साल पहले उनकी पत्नी रूपा अरोड़ा ने अपना 65 फीसद लीवर डोनेट किया था। साल 2011 में मेरा लीवर ट्रांसप्लांट हुआ था और साल 2014 में मेरे घर बेटा पैदा हुआ। आज मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं। इस टूर्नामेंट में मैंने 100 मीटर की रेस में तीसरा स्थान हासिल किया है।


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