चंडीगढ़ की पेस बैटरी निरमोही और गुरइंदर ने रखी जीत की नींव
चंडीगढ़ की टीम ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ अपना पहला रणजी मैच जीत लिया है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : चंडीगढ़ की टीम ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ अपना पहला रणजी मैच जीत लिया है। इस जीत में बल्लेबाज अर्सलन खान, मनन वोहरा और शुभम भांबरी ने तो अहम भूमिका निभाई ही, वहीं तेज गेंदबाज श्रेष्ठ निरमोही और गुरइंदर सिंह ने भी जीत में पूरा योगदान दिया। इन दोनों गेंदबाजों ने अरुणाचल प्रदेश के किसी भी बल्लेबाज को ज्यादा देर तक क्रीज पर नहीं टिकने दिया। जिस वजह से चंडीगढ़ की टीम यह शानदार जीत हासिल की। निरमोही ने दोनों पारियों में लिए आठ विकेट
विजय हजारे और रणजी ट्रॉफी में पांच-पांच विकेट लेने वाले श्रेष्ठ निरमोही ने इस जीत की नींव रखी थी। अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ पहली पारी में निरमोही ने 11.2 ओवर फेंककर 26 रन दिए और पांच विकेट झटके। इसमें उन्होंने एक मेडन ओवर भी फेंका। वहीं दूसरी पारी में निरमोही ने 13 ओवर में चार ओवर मेडन फेंकते हुए 38 रन देकर तीन विकेट झकटे। मैच के बाद निरमोही ने बताया कि मां बीमार थी, इसलिए मैच से पहले काफी चितित था, लेकिन बुधवार को मां की अस्पताल से छुट्टी होगी, इसलिए सीधे अस्पताल जा रहा हूं। निरमोही ने बताया कि इस जीत से टीम का आत्मविश्वास बढ़ा है अगले मैच में भी हम जीत के इरादे मैदान में उतरेंगे। दूसरी पारी में गुरइंदर झटके छह विकेट
गुरइंदर ने बताया कि हम घरेलू मैदान पर खेल रहे थे। इसका हमें फायदा मिला। पहली पारी में 11 ओवर फेंकने वाले गुरइंदर ने दो ओवर मेडन करवाए और कुल 48 रन दिए थे। उन्हें पहली पारी में कोई विकेट नहीं मिला था। वहीं दूसरी पारी में गुरइंदर ने अपनी गेंदबाजी से अरुणाचल प्रदेश के बल्लेबाजों को काफी पेरशान किया। उन्होंने 14.3 ओवर फेंके, जिसमें तीन ओवर मेडन थे। उन्होंने 50 रन देकर छह विकेट झटके। गौरतलब है कि गुरइंदर पंजाब की ओर से जूनियर अंडर-15,17,19,23 व 25 में खेल चुके हैं। रणजी सीजन 2018-19 में गुरइंदर सर्वाधिक विकेट वाले चौथे खिलाड़ी थे।