होम आइसोलेशन में कोरोना मरीजों को ऑक्सीमीटर बेहद जरूरी, जानें कितने लेवल के बाद पड़ती है जरूरत
कोरोना संक्रमण पहले से काफी घातक होता जा रहा है। ऐसे में कई लोग बिना लक्षण के संक्रमित पाए जा रहे हैं। चंडीगढ़ स्वास्थ्य विभाग की ओर से शहर वासियों के लिए निर्देश जारी करते हुए कहा है कि अगर किसी को भी कोई लक्षण हो तो वे टेस्ट कराएं।
चंडीगढ़, [विशाल पाठक]। कोरोना संक्रमण पहले से काफी घातक होता जा रहा है। ऐसे में कई लोग बिना लक्षण के संक्रमित पाए जा रहे हैं। चंडीगढ़ स्वास्थ्य विभाग की ओर से शहर वासियों के लिए निर्देश जारी करते हुए कहा है कि अगर किसी को भी सामान्य बुखार, सर्दी-खांसी, बदन दर्द और सांस लेने में थोड़ी भी तकलीफ हो तो वे फौरन अपना कोरोना टेस्ट कराएं, ताकि संक्रमण का इलाज हो सके। ऐसे में स्वास्थ विभाग ने लोगों से अपील की है कि इन सब लक्षण के सामने आने पर वे खुद को फौरन घर में अलग कमरे में खुद को होम आइसोलेट कर लें। इसके अलावा तत्काल परिवार के अन्य सदस्यों का भी और खुद का कोविड टेस्ट जरूर कराएं।
शहर में बीते 24 घन्टे में 799 नए पॉजिटिव केस दर्ज किए गए। इनमें 442 पुरुष और 357 महिलाएं कोरोना संक्रमित पाई गई। अब तक 43, 446 लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हो चुकी है। इस समय शहर में 7,222 कोरोना एक्टिव मरीज है, जिनका अस्पताल और होम आइसोलेशन में इलाज चल रहा है। बीते 24 घंटे में 3,872 लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया। स्वास्थ्य विभाग अब तक 4,08, 487 लोगों का कोरोना सैंपल लेकर टेस्टिंग कर चुका है। इनमें से अब तक 3,63, 939 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आयी है. 153 लोगों के कोरोना सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। इनकी जांच रिपोर्ट रविवार शाम तक आएगी।
होम आइसोलेशन मरीजों के लिए टिप्स
- होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमित मरीजों को रोजाना भाप और विटामिन सी की कमी को दूर करने के लिए कोसा निम्बू पानी का सेवन करना चाहिए।
- ऑक्सीजन लेवल का खास ख्याल रखना चाहिए, इसके लिए उन्हें अपने साथ ऑक्सीमीटर जरूर रखना चाहिए और हर 3 से 4 घंटे बाद अपना ऑक्सीजन लेवल कि खुद जांच करते रहना चाहिए।
- विभाग के मुताबिक, जो संक्रमित मरीज आइसोलेशन में है, उन्हें अपने ऑक्सीजन लेवल का ख्याल ख्याल रखना चाहिए ऐसे में अगर ऑक्सीजन लेवल सैचुरेशन प्वाइंट 94 से कम हो जाए तो फौरन डॉक्टर को संपर्क करना चाहिए।
- विभाग के मुताबिक होम आइसोलेशन में संक्रमित मरीजों का अगर ऑक्सीजन लेवल सैचुरेशन प्वाइंट 94 से अधिक है यानी अगर ऑक्सीजन लेवल 96 से 98 तक है, तो घबराने की कोई बात नहीं है।