चंडीगढ़ में कार्यरत आउटसोर्स इंप्लाइज को 26 सप्ताह की मिलेगी मेटरनिटी लीव, सैलरी भी मिलेगी
चंडीगढ़ में कार्यरत आउटसोर्स इंप्लाइज काे परसाेनरल विभाग की नोटिफिकेशन राहत लेकर अाई है। काेराेना संकट के दाैर में सबसे ज्यादा यही इंप्लाइज परेशान रहे हैं।
चंडीगढ़, [बलवान करिवाल]। चंडीगढ़ में कार्यरत सभी आउटसोर्स इंप्लाइज को अब 26 सप्ताह की मेटरनिटी लीव के साथ ही सेलरी भी देनी होगी। यह सुविधा उन सभी इंप्लाइज को होगी जिनका ईएसआइ नहीं कटता है। चंडीगढ़ प्रशासन के परसाेनरल विभाग ने इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी कर दी है।
परसाेनल सुपरिटेंडेंट ने सभी सेक्रेटरी, हेड ऑफ डिपार्टमेंट, ऑफिस, इंस्टीट्यूट, बोर्ड और कार्पोरेशन को इस संबंध में चिट्ठी जारी कर इसे लागू करने की सूचना दी है। प्रशासन के विभिन्न डिपार्टमेंट में कार्यरत सैकड़ों महिला कर्मियों को इस फैसले का लाभ मिलेगा। कुल मिलाकर देखा जाए तो इंप्लाइज को छह महीने से भी दो सप्ताह ज्यादा मेटरनिटी लीव के मिलेंगे। इससे पहले केवल रेगुलर इंप्लाइज को ही इस तरह का लाभ मिलता था। लेकिन अब आउटसोर्स पर कार्यरत इंप्लाइज को भी लीव और इस दौरान सेलरी भी मिलती रहेगी।
इंप्लाइज एसोसिएशन लंबे समय से इस तरह की सुविधा दिए जाने की मांग प्रशासन से कर रहे थे। लीव तो उन्हें मिलने लगी थी लेकिन सेलरी देने में कई जगह दिक्कत हो रही थी। अब प्रशासन ने इसकी नोटिफिकेशन जारी कर दी है। प्रशासन के इस फैसले पर कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ एमसी एंड यूटी इंप्लाइज यूनियन के कन्वीनर अश्वनी कुमार ने कहा कि इससे सैकड़ों कर्मचारियों को सीधा लाभ होगा।
आउटसोर्स कर्मियों की सेलरी पहले ही रेगुलर से आधी होती है। लेकिन जिस समय उन्हें पैसे की सही मायनों में जरूरत होती है उस समय सैलरी नहीं दी जाती थी। मेटरनिटी लीव के दौरान इंप्लाइज को खर्च चलाना मुश्किल हो जाता था। सेलरी लगातार मिलने से जच्चा-बच्चा अच्छी देखभाल होगी।