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एनएसयूआइ को मिला अन्य छात्र संगठनों का साथ

पंजाब यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट सेंटर पर सील की गई दो दुकानों का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। एनएसयूआइ छात्र नेता सन्नी मेहता की दुकान सील होने के बाद इस मामले ने एकाएक बड़ा रूप ले लिया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 02 Nov 2019 10:40 PM (IST)Updated: Sun, 03 Nov 2019 06:37 AM (IST)
एनएसयूआइ को मिला अन्य छात्र संगठनों का साथ
एनएसयूआइ को मिला अन्य छात्र संगठनों का साथ

जागरण संवादाता, चंडीगढ़ : पंजाब यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट सेंटर पर सील की गई दो दुकानों का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। एनएसयूआइ छात्र नेता सन्नी मेहता की दुकान सील होने के बाद इस मामले ने एकाएक बड़ा रूप ले लिया है। जहां एक ओर पंजाब में भाजपा और अकाली दल का गठबंधन है वहीं पीयू में छात्र काउंसिल के नवनिर्वाचित प्रेसिडेंट चेतन चौधरी अकाली के छात्र संगठन सोई से आते हैं जो इस समय एनएसयूआइ के साथ खड़े हैं। इसके अलावा इस मामले में एनएसयूआइ को अन्य छात्र संगठनों का भी इस साथ मिल रहा है, जिसके बाद सभी एक साथ मिलकर पीसू वीसी प्रो. राजकुमार के साथ-साथ पीयू प्रशासन के अन्य सदस्यों के खिलाफ मोर्चा खोलने की पूरी तैयारी में है। इन छात्र संगठनों में एसएफएस, पुसु (ललकार), सोई, पुसु आदि शामिल है। छात्र संगठनों ने वीसी पर अपनी ताकत का गलत प्रयोग करने का आरोप लगाया। दुकानों को सील करने में हुआ कमेटी का गठन

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गौरतलब है कि शुक्रवार को स्टूडेंट सेंटर पर दो दुकानों को पीयू प्रबंधन द्वारा सील किया गया था। शनिवार को इस मामले में पीयू प्रशासन द्वारा एक कमेटी गठित कर दी गई है जो इस मामले में आगे की कार्रवाई करेगी। इस कमेटी में प्रो. इमैनुअल नाहर भी शामिल हैं जो एनएसयूआइ के करीबी बताए जाते हैं। फिलहाल इस मामले में अब पूरी जांच इस कमेटी के हाथों में है। सोमवार को हो सकता है विरोध प्रदर्शन

एक छात्र संगठन के कार्यकर्ता ने बताया कि शनिवार और रविवार को पीयू में छुट्टी है। ऐसे में वह सब एकत्रित होकर सोमवार को पीयू प्रशासन के इस तुगलकी फरमान के खिलाफ आवाज उठाएंगे। छात्र संगठन वीसी ऑफिस के बाहर नारेबाजी और हड़ताल पर भी बैठ सकते हैं। पीयू प्रशासन की कार्रवाई से तिलमिलाई एनएसयूआइ

पीयू वीसी को संघ और भाजपा का नजदीकी माना जाता है और जो दो दुकानें सील हुई है उसमें एक एनएसयूआइ के नेता की है जो कांग्रेस का छात्र संगठन है। दुकानों को सील करने के बाद इस कार्रवाई से एनएसयूआइ पूरी तरह से तिलमिला गई है और रोष प्रकट कर रही है। वहीं कुछ संगठनों का यह कहना भी है यह मामला छात्र संगठनों द्वारा आला हाईकमान के पास भी भेज दिया है।


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