'देश को आर्थिक संकट से उबार सकता है बैंकर्स और वेल्यूअर्स का प्रयास' Chandigarh News
देश में बैंकों में बढ़ रहे घोटालों और एनपीए (श्रृण वसूली) में हो रही वृद्धि पर अंकुश लगाने की दिशा में बैंकों और वेल्यूअर्स के साझे प्रयास ही देश को आर्थिक संकट से उबार सकते हैं।
मोहाली, जेएनएन। देश में बैंकों में बढ़ रहे घोटालों और एनपीए (श्रृण वसूली) में हो रही वृद्धि पर अंकुश लगाने की दिशा में बैंकों और वेल्यूअर्स के साझे प्रयास ही देश को आर्थिक संकट से उबार सकते हैं। इसके लिए सरकार भी वेल्यूअर्स बिल लाकर वेल्यूअर्स प्रोफेशन को सम्मानजनक पहचान दे और मार्केट में पनप रहे वेल्यूअर्स पर नकेल कसे वेल्यूअर्स एसोसिएशन द्वारा जीरकपुर में आयोजित वेल्यूअर्स की राष्ट्रीय स्तरीय सेमिनार में ये बातें सामने आई। सेमिनार में देशभर से करीब 200 वेल्यूअर्स जुटे।
राष्ट्रीय महासचिव इंजीनियर कपिल अरोड़ा ने मुख्यतिथि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय प्रमुख पीके श्रीवास्तव सहित अन्य प्रतिनिधियों का स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान बैंकों में हो रहे एनपीए के मुख्य कारणों और उनके निवारणों पर विचार किया गया। कपिल अरोड़ा ने कहा कि वित्त मंत्रालय की जारी नोटिफिकेशन के अनुसार सभी बैंकों और एनबीएफसी को वेल्थ टैक्स एक्ट के अंर्तगत अप्रूव्ड वेल्यूअर्स द्वारा वेल्यूएशन करवाना आवश्यक है। दुख की बात यह है कि अधिकतर सभी बैंकों में अक्षम और अयोग्य लोगों को इनपेनल्ड किया हुआ है जोकि भ्रष्टाचार को बढ़ावा देकर देश की आर्थिक क्षति पहुंचा रहे है।
अरोड़ा ने बताया कि वे अप्रूव्ड वेल्यूअर्स को परिभाषित करने की दिशा में चंडीगढ़ स्थित रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय कार्यालय में पत्राचार और शांतिपूर्वक विरोध जता चुके परन्तु अब तक आरबीआइ इस संदर्भ में मौन है। इस मौके पर कर्नल श्रीराम बख्शी, प्रधान इंजीनियर कुलवंत ¨सह राय, राजस्थान काउंसिल ऑफ वेल्यूअर्स एसोसिएशन के प्रधान इंजीनियर दीपक सूद, उत्तराखंड वेल्यूअर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सौरभ सूद, वीए के सीनियर सदस्य मनीश जोशी, मोहित जैन, सत्यजीत धीर, रमनदीप खन्ना, संजय वर्मा, विवेक खन्ना आदि ने विचार व्यक्त किए।