53 एकड़ जमीन पर ही बनेंगे इंप्लाइज हाउसिंग स्कीम के 4 हजार फ्लैट
इंप्लाइज हाउसिंग स्कीम के लिए 3930 फ्लैट करीब 53 एकड़ जमीन पर बनेंगे। फिर भी उसके पास काफी जमीन बचेगी। इस पर बोर्ड नई स्कीम लांच कर सकता है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : इंप्लाइज हाउसिंग स्कीम के लिए 3930 फ्लैट अब करीब 53 एकड़ जमीन पर ही बन जाएंगे। ऐसे में सभी इंप्लाइज को फ्लैट मिलने के बाद भी 20 एकड़ जमीन बोर्ड के पास रिजर्व रह जाएगी। इस लैंड पर नई हाउसिंग स्कीम लांच की जा सकती है। इस पूरी स्कीम का एफएआर बढ़ाने के लिए एक बार चीफ आर्किटेक्ट से मंजूरी लेनी होगी। उनकी मंजूरी के बाद ही बोर्ड एफएआर बढ़ाकर फ्लैट बना सकेगा।
बता दें कि चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड अभी तक इंप्लाइज हाउसिंग स्कीम सहित कोई भी नई स्कीम इसलिए लांच नहीं कर पा रहा था क्योंकि उसके पास पर्याप्त जमीन ही उपलब्ध नहीं थी। अब कैबिनेट की मंजूरी के बाद उसके पास इतनी जमीन हो जाएगी कि वह कोई स्कीम आसानी से लांच कर सकता है। इंप्लाइज हाउसिंग स्कीम को पूरा करने के बाद भी उसके पास करीब 20 एकड़ जमीन इन चिह्नित साइट में बच जाएगी।
दरअसल, जिस समय यह स्कीम लांच की गई थी, उस समय इसके फ्लैट बनाने के लिए सेक्टर-52, 53 और 56 में कुल 73.5 एकड़ जमीन चिह्नित की गई थी। लेकिन इस जमीन में से 11.79 एकड़ ही बोर्ड को ट्रांसफर हो पाई थी। बाकी जमीन बोर्ड को ट्रांसफर होती, इससे पहले ही इस पर रोक लग गई। अब बाकी जमीन मिलने से पहले बोर्ड ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट की फटकार के बाद 11.79 एकड़ जमीन के लिए फ्लोर एरिया रेशो बढ़ा दिया था। पहले एफएआर 1.50 था, जिसे बढ़ाकर 2 कर दिया गया। जिससे प्रति एकड़ 20 फ्लैट अधिक बनने की क्षमता हो गई। पहले कम एमएआर में प्रति एकड़ 55 फ्लैट बनने थे, लेकिन अब इस पर 75 फ्लैट बनेंगे।
मलोया फ्लैट के साथ ही शिलान्यास
कैबिनेट से जमीन आवंटन की मंजूरी मिलने के बाद अब जल्द से जल्द शिलान्यास की दौड़ शुरू हो गई है। इंप्लाइज और भाजपा चाहते हैं कि इस स्कीम का शिलान्यास प्रधानमंत्री मलोया फ्लैटों की चाबी सौंपने के साथ ही कर जाएं। इंप्लाइज की गुजारिश पर प्रशासक वीपी सिंह बदनौर भी इसका भरोसा दे चुके हैं। इसको पक्का करने के लिए अब इंप्लाइज और भाजपा नेता एकसाथ मिलकर मंगलवार को दिल्ली कूच करेंगे। जहां वह गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मिलकर इसके शिलान्यास की अपील करेंगे।