पंडित दीनदयाल का एक शब्द एकात्म में प्राण डालता है : राम माधव
भाजपा के कार्यकर्ताओं ने प्रदेशभर के बूथ स्तर तक श्रद्धासुमन अर्पित किए।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्य पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर चंडीगढ़ भाजपा के कार्यकर्ताओं ने प्रदेशभर के बूथ स्तर तक श्रद्धासुमन अर्पित किए। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव द्वारा एकात्म मानववाद विषय पर संवाद का भी वर्चुअल और फिजिकल स्तर पर पार्टी कार्यालय कमलम में आयोजन किया गया। पार्टी के प्रदेश महामंत्री और कार्यक्रमों के संयोजक चंद्रशेखर ने बताया कि इस उपलक्ष्य में पार्टी 25 सितंबर से दो अक्टूबर तक आत्मनिर्भर सप्ताह मनाने जा रही है। इसी श्रृंखला को लेकर पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर बूथ स्तर से लेकर घरों में पुष्प अर्पित किए। प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद ने कहा कि सौभाग्य है कि के उस पार्टी के सिपाही हैं, जिनके संस्थापकों ने अपनी दूरदृष्टि से नए भारत के लिए अपने आदर्शो, विचारों और राष्ट्रहित निर्णय हेतु अपने प्राण न्योछावर कर इसकी नींव डाली थी। राष्ट्रीय महासचिव माधव राव ने कहा कि वे एकात्म मानववाद को सैद्धांतिक स्वरूप में नहीं, बल्कि आस्था के स्वरूप थे। व्यक्ति की आत्मा को सर्वोच्च स्थान पर रखने वाले उनके सिद्धांत में आत्मबोध करने वाले व्यक्ति को समाज का शीर्ष माना गया। पाश्चात्य का भौतिकवादी विचार जब अपनी चरम सीमा की ओर बढ़ने की अवस्था में था, तब उन्होंने अपने इस प्रकार के विचारों को सभी के सम्मुख रखकर वस्तुत: पश्चिम से वैचारिक युद्ध का शंखनाद था। वे किसी भी समाज या देश की संपूर्णता तभी मानते थे, जब समाज के गरीब, वंचित, पीड़ित, दलित और पंक्ति के अंत में खड़े व्यक्ति तक वह सभी लाभ पहुंचे, जो समाज के उच्च व कुलीन वर्गो के लिए ही उपलब्ध हैं। उनके सिद्धांत के एक शब्द एकात्म में प्राण स्थापित करता हैं। मानववाद अपनी नम्रता से प्राणमय उत्पादित कर राष्ट्र को समर्पित भाव से अर्पित कर दे।