वन टाइम सेटलमेंट दिलाएगी हर साल पेनल्टी देने से छुटकारा
चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड (सीएचबी) के मकानों में किए गए बदलावों के लिए हर साल पेनल्टी देने की बजाय अब एक ही बार पेनल्टी ली जाएगी।
- हाउसिंग बोर्ड के मकानों में किए गए बदलावों के लिए देनी होती है पेनल्टी
- किरण खेर ने सीएचबी के मुद्दों पर जन प्रतिनिधियों के सामने मांगा अधिकारियों से जवाब
- वन टाइम सेटलमेंट रेट तय होने तक नहीं भेजे जाएंगे नोटिस जागरण संवाददाता, चंडीगढ़
चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड (सीएचबी) के मकानों में किए गए बदलावों के लिए हर साल पेनल्टी देने की बजाय अब एक ही बार पेनल्टी ली जाएगी। यह पेनल्टी कितनी होगी और किस प्रकार तय होगी यह फैसला सीएचबी अधिकारियों, बोर्ड मेंबर्स और सीएचबी हाउसिंग फेडरेशन के प्रतिनिधियों की ज्वाइंट टेक्निकल कमेटी करेगी। सोमवार को यूटी गेस्ट हाउस में सांसद किरण खेर की अगुवाई में आयोजित सीएचबी अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों की मीटिंग में ऐसे कई अहम फैसले लिए गए। किरण खेर ने इस मीटिंग में सीएचबी प्रशासन को छह महीने में वन टाइम सेटलमेंट पॉलिसी बनाने का समय दिया।
सीएचबी के चेयरमैन अजोय कुमार सिन्हा ने कहा कि उन्होंने सेक्टर-वाइज और टाइप-वाइज सीएचबी के मकानों की विस्तृत मैपिंग रिपोर्ट तैयार करने को कहा है। इसके लिए एक टेक्निकल कमेटी गठित की जाएगी। यह कमेटी नीड बेस्ड चेजंस को लेकर विस्तृत पॉलिसी तैयार करेगी। सीएचबी रेजिडेंट्स वेलफेयर फेडरेशन के चेयरमैन निर्मल दत्त ने कहा कि सांसद खेर ने उनकी दशकों पुरानी मांगों पर ध्यान दिया है। वह वन टाइम सेटलमेंट के बिना पेनल्टी चार्ज नहीं देंगे। दत्त ने मरला हाउस की तरह फ्लोर एरिया रेशो में सीएचबी मकानों में भी 10 प्रतिशत छूट की मांग रखी। नहीं भेजे जाएंगे पेनल्टी नोटिस
जब तक पेनल्टी का वन टाइम सेटलमेंट नहीं होता तब तक सीएचबी अलॉटियों को मिसयूज और वायलेशन के नोटिस नहीं आएंगे। यह भरोसा सांसद किरण खेर ने मीटिंग के बाद दिया। खेर ने कहा कि लोगों को राहत देने के लिए उन्होंने अधिकारियों को दायरे से बढ़कर काम करने को कहा है। सीएचबी चेयरमैन एके सिन्हा का रुख काफी सकारात्मक था। अभी तक पेनल्टी जमा नहीं कराने वालों को लगातार नोटिस भेजे जाते रहे हैं। कइयों के मकान की अलॉटमेंट भी रद हो चुकी है। रद मकानों को लौटाया जाएगा
किरण खेर ने कहा कि सीएचबी के नोटिस लोगों की स्ट्रेस का कारण बन रहे हैं। पेनल्टी जमा नहीं कराने वाले काफी लोगों की अलॉटमेंट रद भी हो चुकी है। कितना मुश्किल हो जाता है जिस परिवार के सिर से छत चली जाए। जिन लोगों के मकान रद्द हो चुके हैं उन्हें वापस लौटाने की प्रक्रिया भी शुरू होगी। पेनल्टी चार्ज में दी जा रही 50 फीसदी छूट
चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड (सीएचबी) के मकानों में जरूरत अनुसार किए गए बदलावों को रेगुलर करवाने के लिए पहले 100 रुपये प्रति स्क्वेयर फीट पेनल्टी तय की थी। सभी कैटेगरी में फीस रेट अलग थे। लोगों के आग्रह पर पेनल्टी चार्ज केटेगरी वाइज घटाए गए। साथ ही कुल पेनल्टी राशि पर 50 प्रतिशत का डिस्काउंट दिया गया। 31 मार्च तक 750 लोगों ने ही पेनल्टी जमा करवाई। 60 हजार से अधिक घरों में एंक्रोचमेंट है। अभी 15 अप्रैल तक पेनल्टी जमा करा सकते हैं। सांसद किरण खेर ने कहा कि छूट की तिथि आगे बढ़वा दी जाएगी।
यह है पेनल्टी चार्ज
केटेगरी 15 अप्रैल के बाद-- 15 अप्रैल तक
ईडब्ल्यूएस 50 25
एलआईजी 60 30
एमआईजी 80 40
एचआईजी 90 45
नोट: राशि प्रति स्क्वेयर फीट रुपये में है।