एक क्लिक से मिलेगी ऑनलाइन कोचिग की जानकारी, पीयू स्टूडेंट ने तैयार की वेबसाइट
कोरोना वायरस संक्रमण से लॉकडाउन में लाखों युवाओं की पढ़ाई और करियर संबंधी तैयारी बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
डॉ. सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़ : कोरोना वायरस संक्रमण से लॉकडाउन में लाखों युवाओं की पढ़ाई और करियर संबंधी तैयारी बुरी तरह से प्रभावित हुई है। बीते करीब डेढ़ महीने से जेईई, नीट, सिविल सर्विसेज, यूजीसी-नेट और बैंक पीओ की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स घरों में लॉकडाउन हैं। स्टूडेंट्स के पास अब सिर्फ ऑनलाइन तैयारी का विकल्प है। ऐसे में स्टूडेंट्स के लिए बेहतर कोचिग इंस्टीट्यूट की जानकारी और चयन करना मुश्किल काम है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटे स्टूडेंट्स के लिए पंजाब यूनिवर्सिटी के एक पूर्व स्टूडेंट्स द्वारा तैयार वेबसाइट www.ह्यह्लह्वस्त्र4स्त्रद्गद्मद्धश्र.ष्श्रद्व काफी लाभकारी साबित हो रही है। बीते महीने भर में एक लाख स्टूडेंट्स सौरभ सिगला और उनके दोस्त अंकुर द्वारा तैयार स्टडी देखो वेबसाइट पर विजिट कर चुके हैं। दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में सौरभ और अंकुर ने वेबसाइट को लेकर जानकारी दी। वेबसाइट पर मिलेगी हर जानकारी
वेबसाइट पर आठ शहरों जिसमें चंडीगढ़, जालंधर, दिल्ली, मुंबई और कोटा आदि शहरों के 3200 कोचिग सेंटर के बारे में जानकारी मिलेगी। चंडीगढ़ में कुल 447 विभिन्न कोचिग सेंटर हैं। एक लाख स्टूडेंट्स कोचिग ले रहे हैं। लॉकडाउन में 35 से अधिक सेंटर ऑनलाइन कोचिग दे रहे हैं। अंकुर का मानना है कि चंडीगढ़ एजुकेशन हब है। चंडीगढ़ में एजुकेशन का टर्नओवर चार हजार करोड़ है। नॉर्थ इंडिया मे आइलेट्स की कोचिग के लिए चंडीगढ़ स्टूडेंट्स की पहली पंसद है। खुद को कोचिग ढूंढने में दिक्कत आई तो तैयार की वेबसाइट
स्टडी देखो डॉट काम के फाउंडर सौरभ बंसल ने 2013 में पीयू के पंजाबी विभाग से एमए की डिग्री हासिल की है। बेहतर कोचिग इंस्टीट्यूट ढूंढने में जब दिक्कत आई तो दोस्त अंकुर के साथ स्टार्टअप शुरू करने का फैसला लिया। सौरभ मूल रुप से पंजाब के गिद्दड़बाह निवासी हैं, जबकि अंकुर राजस्थान के झूझनू के रहने वाले हैं। अंकुर ने कोटा से बीटेक की डिग्री हासिल की है। चार साल की मेहनत के बाद कोचिग इंस्टीट्यूट का पूरा डाटा तैयार किया है। 6 लाख के करीब स्टूडेंट्स वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। स्टार्टअप से दस युवाओं को रोजगार मिला है। आज के दौर में बेहतर कोचिग सेंटर ढूंढना आसान नहीं है। सौरभ बंसल के साथ मिलकर स्टूडेंट्स की कोचिग की प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए स्टडी देखो डॉटकॉम वेबसाइट शुरु की। बीते चाल सालों में लाखों स्टूडेंट्स को इससे फायदा हुआ है। लॉकडाउन में यह वेबसाइट स्टूडेंट के लिए काफी उपयोगी साबित हो रही है।
-अंकुर, को-फाउंडर स्टडीदेखो डॉटकॉम वेबसाइट पर स्टूडेंट्स की जरूरत से जुड़ी हर तरह की जानकारी दी गई है। एक लाख के करीब स्टूडेंट बीते एक महीने में वेबसाइट से जुड़ चुके हैं। भविष्य में कई दूसरे शहरों के कोचिग सेंटर से जुड़ी जानकारी भी स्टूडेंट्स के लिए तैयार करने में जुटे हैं। वेबसाइट पर पूरी जानकारी निशुल्क मिलेगी।
-सौरभ बंसल, फाउंडर सीईओ स्टडीदेखो डॉटकाम