एक बार टंडन, दूसरी बात खेर..अबकी बार किसकी चलेगी
राजेश ढल्ल, चंडीगढ़ : नगर निगम के चुनाव बाद से दो बार मेयर बनवाने में सांसद किरण खेर और
By Edited By: Published: Mon, 17 Dec 2018 05:41 AM (IST)Updated: Sun, 16 Dec 2018 03:42 PM (IST)
राजेश ढल्ल, चंडीगढ़ : नगर निगम के चुनाव बाद से दो बार मेयर बनवाने में सांसद किरण खेर और भाजपा अध्यक्ष संजय टंडन ने अपने-अपने स्तर पर प्रयास किया। एक बार टंडन और दूसरी बार सांसद किरण खेर की चली। ऐसे में अब राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा चल पड़ी है कि अबकी बार किसकी चलेगी। नए साल के पहले सप्ताह में मेयर पद के लिए चुनाव होना है। जिसके लिए उम्मीदवार तय करवाने में खेर और टंडन गुट के अलावा दावेदारों ने पूरी ताकत झोंक दी है। मोदगिल का विरोध कर चुका है टंडन गुट 2016 दिसंबर माह में नगर निगम चुनाव हुए थे। भाजपा को बहुमत मिला और साल 2017 में पहले साल भाजपा अध्यक्ष संजय टंडन आशा जसवाल को मेयर बनवाने में कामयाब रहे। जबकि इस साल 2018 में सांसद किरण खेर के प्रयास से देवेश मोदगिल मेयर बने। मोदगिल का टंडन गुट ने खुलकर विरोध किया। ऐसे में अब टंडन गुट यह दावा कर रहा है कि अबकी बार उनकी चलेगी, क्योंकि टर्न वाइज उनके गुट के दावेदार को मेयर बनने का मौका मिलना चाहिए। किरण, जैन भी कायम करना चाहेंगे दबदबा सांसद किरण खेर और पूर्व सांसद सत्यपाल जैन गुट इस बार भी अपने चहेते दावेदारों को ही मेयर की कुर्सी पर बैठाकर अपना दबदबा कायम रखना चाहते हैं। इसका बड़ा कारण अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव भी हैं। जिसमें सांसद किरण खेर के अलावा भाजपा अध्यक्ष संजय टंडन, पूर्व सांसद सत्यपाल जैन भी दावेदार हैं। ऐसे में खेर और टंडन दोनों ही अपने चहेते को मेयर का उम्मीदवार बनवाकर लोकसभा चुनाव से पहले यह मैसेज देना चाहते हैं कि हाईकमान में उनकी सुनवाई ज्यादा है और वह मजबूत हैं। ऐसा भी माना जा रहा है कि जो कोई गुट अपने चहेते को मेयर का उम्मीदवार बनवाने में कामयाब रहेगा, उसे होने वाले लोकसभा चुनाव की टिकट के नजदीक समझा जाएगा। धर्म सम्मेलन को कामयाब करने में लगे सभी दावेदार, ताकि संघ हो जाए खुश रविवार को सेक्टर-27 में सरकार पर राम मंदिर के निर्माण का अध्यादेश लाने के लिए धर्म सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसका आयोजन राम जन्मभूमि न्यास की ओर से किया गया, लेकिन पीछे से भाजपा और संघ की सपोर्ट रही। कार्यक्रम को कामयाब करने के लिए भाजपा के मेयर पद के सभी चारों दावेदार सक्रिय रहे, ताकि सीनियर नेता उनसे खुश रहें। सतीश कैंथ के अलावा राजेश कालिया, भरत कुमार और फरमिला देवी मेयर पद के दावेदार हैं। अगले साल का मेयर पद आरक्षित वर्ग के लिए रिजर्व है। कैंथ दो माह पहले तक टंडन गुट के सक्रिय सदस्य थे। टंडन गुट : राजेश कालिया, भरत कुमार टंडन गुट राजेश कालिया और भरत कुमार के लिए लॉ¨बग कर रहा है। किरण गुट : सतीश कैंथ, फरमिला देवी सांसद किरण खेर गुट सतीश कैंथ और फरमिला देव को उम्मीदवार बनवाने के लॉ¨बग कर रहा है।
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