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बड़ी चूक: गांधी जी की 150वीं जयंती पर जारी कैलेंडर और डायरी के पहले पन्ने पर छप गई यह गलती

प्रशासन द्वारा वर्ष 2019 के लिए महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में जारी किए गए डायरी व कैलेंडर के पहले पन्ने की शुरुआत ही गलती से हुई है।

By Edited By: Published: Mon, 07 Jan 2019 07:21 AM (IST)Updated: Mon, 07 Jan 2019 02:09 PM (IST)
बड़ी चूक: गांधी जी की 150वीं जयंती पर जारी कैलेंडर और डायरी के पहले पन्ने पर छप गई यह गलती
बड़ी चूक: गांधी जी की 150वीं जयंती पर जारी कैलेंडर और डायरी के पहले पन्ने पर छप गई यह गलती

विशाल पाठक, चंडीगढ़। चंडीगढ़ प्रशासन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की याद में इस बार 150वीं जयंती मना रहा है। प्रशासन ने नववर्ष के उपलक्ष्य में वर्ष 2019 के लिए जो डायरी व कैलेंडर जारी किए हैं। उसमें गांधी जी की याद में केंद्र सरकार की ओर से समय-समय पर जारी किए गए स्टांप आदि को प्रकाशित किया गया है। चंडीगढ़ प्रशासन पूरी तरह केंद्र सरकार के अधीन है। यहां की हर एक कार्य योजना की समीक्षा केंद्र सरकार तक की जाती है। लेकिन अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि चंडीगढ़ प्रशासन राष्ट्रपिता की जयंती मनाने की तैयारी में जल्दबाजी कर गया। जिसके चलते प्रशासन द्वारा वर्ष 2019 के लिए महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में जारी किए गए डायरी व कैलेंडर के पहले पन्ने की शुरुआत ही गलती से हुई है।

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दरअसल जिस दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मृत्यु हुई (30 जनवरी 1948)। उस दिन चंडीगढ़ प्रशासन ने अपनी डायरी व कैलेंडर के पहले पन्ने पर प्रकाशित स्टाप जारी की तारीख 30 जनवरी 1948 दिखाई है। जबकि इस दिन गांधी जी की मृत्यु हुई थी।

15 अगस्त 1948 को जारी किया गया था स्टांप

भारत सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट से ली गई जानकारी के अनुसार गांधी जी की याद में भारत में पहला स्टांप उनकी 80वीं जयंती (2 अक्टूबर 1949) की याद में जारी किया जाना था। लेकिन 30 जनवरी 1948 को उनकी मृत्यु होने के चलते 15 अगस्त 1948 को आजादी की पहली सालगिरह पर पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने पहला स्टांप जारी किया था। जबकि भारत के अलावा यूनाइटेड स्टेट ऐसा पहला राष्ट्र था, जिसने गांधी जी की याद में 26 जनवरी 1961 को स्टांप जारी किया था। इसके बाद कांगो दूसरा ऐसा देश था, जिसने वर्ष 1967 में स्टांप जारी किया है। सवाल यह खड़ा होता है कि एक ओर चंडीगढ़ प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की याद में 150वीं जयंती मनाने जा रहे हैं, दूसरी तरफ गांधी जी से जुड़े तथ्यों के प्रति चंडीगढ़ प्रशासन पूरी तरह लापरवाह है।

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर पहला पोस्टेज स्टांप

डिपार्टमेंट ऑफ गांधीयन एंड पीस स्टडीज के चेयरमैन असिस्टेंट प्रोफेसर आशु पसरिचा का कहना है कि भारत में 15 अगस्त 1948 को जारी किया गया था, 30 जनवरी 1948 को उनकी मृत्यु हुई थी। अगर प्रशासन ने ऐसा लिखा है, तो उसमे संशोधन किया जाना चाहिए। यह जानकारी गलत है। 

इस बारे में कोई जानकारी नहीं: गौतम

चंडीगढ़ प्रशासन के डीपीआर सुधांशू गौतम का कहना है कि हमने ये फैक्ट्स पोस्टेज म्यूजियम से लिए हैं, मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं हैं, अगर ऐसा है, तो हम इसे वेरिफाइ कराएंगे।

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