जीरकपुर भाजपा की बैठक में पहुंचे ऑब्जर्वर गुरतेज ढिल्लों, बोले- पंजाब में सरकार बनाएगी भाजपा
शुक्रवार को हुई भाजपा जीरकपुर हलका की बैठक के दौरान पहुंचे जीरकपुर भाजपा के नए ऑब्जर्वर गुरतेज सिंह ढिल्लों ने पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि कृषि कानून रद नहीं होंगे बल्कि उनमें किसान की मांग पर संसोधन जरूर किया जाएगा।
जीरकपुर, जेएनएन। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की एक विशेष मीटिंग शुक्रवार को सीनियर भाजपा नेता संजीव खन्ना की अगुआई में उनके दफ्तर में हुई। इस मौके जीरकपुर भाजपा के नए ऑब्जर्वर गुरतेज ढिल्लों विशेष तौर पर मीटिंग में पहुंचे थे।
बैठक के दौरान विकास कार्यों की चर्चा पर ढिल्लों पत्रकारों के सवालों में ऐसे घिरे की कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सके और उन्हें बैठक खत्म यह कहकर करनी पड़ी कि उनकी पार्टी के सत्ता में आते ही जीरकपुर का विकास एक बार फिर जोर पकड़ेगा, लेकिन वह शायद यह भूल गए कि जीरकपुर नगर काउंसिल में उनकी भाईवाल पार्टी अकाली-भाजपा का पिछले 10 साल से कब्जा था। उनके ऐसे अटपटे जवाब उनकी ही पार्टी के नुमाइंदों को भी चक्कर में डाल गए।
जीरकपुर में विकास की कमी
गुरतेज ढिल्लों ने मीटिंग में कहा कि जीरकपुर में डेवलपमेंट की अब भी काफी कमी है। यहां कई अनऑथराइज्ड कॉलोनियां हैं जहां गलियां छोटी हैं, पढ़ाई के लिए अच्छे स्कूल नहीं हैं, कोई बढ़िया डिस्पेंसरी नहीं है। उन्होंने कहा कि जीरकपुर गेट-वे-ऑफ पंजाब है लेकिन अगर यहां के फ्लाईओवर की बात करें तो जीरकपुर में दिल्ली जैसा जाम लगने लगा है । अगर लोगों ने उनकी पार्टी को सेवा का मौका दिया तो जीरकपुर में विकास जोर पकड़ेगा। उन्होंने कहा कि पूरे जीरकपुर में न सही लेकिन अनऑथराइज्ड सोसायटी में अब भी डेवलपमेंट की जरुरत है और उनकी पार्टी 117 विधानसभा हलके से भी चुनाव लड़ेगी और पंजाब में सरकार बनाएगी।
हर वार्ड का अलग मुद्दा
पत्रकारों के पूछे गए एक सवाल में ढिल्लों ने कहा कि उनकी पार्टी नगर काउंसिल चुनाव में क्या मुद्दे लेकर लोगों से वोट मांगेगी, जिसपर ढिल्लों कोई तसल्ली बक्श जवाब नहीं दे सके। उन्होंने कहा कि जीरकपुर में हर वार्ड का अलग मुद्दा है, जिसके लिए पार्टी अलग मेनीफेस्टो तैयार करेगी। वह अपनी विचारधारा को लोगों के बीच लेकर जाएंगे। जब उनका अकाली दल से गठबंधन था तो उनकी पार्टी के कार्यकर्ता खुलकर निर्णय नहीं ले पाते थे। अकाली नेता उनके लिए फैंसलों में अड़चन पैदा करते थे, जिसका खमियाजा बीजेपी को भुगतना पड़ा। दोबारा गठबंधन के सवाल पर ढिल्लों ने कहा कि वह इस पर कुछ नहीं कहेंगे, इसका फैसला हाईकमान करेगी।
रद नहीं होंगे कृषि कानून
किसान आंदोलन को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में ढिल्लों ने कहा कि कृषि कानून रद नहीं होंगे, लेकिन उनमें बदलाव जरूर किया जाएगा। जो किसानों की मांग है ठीक उसी तरह कानूनों में संसोधन किया जाएगा। बैठक के अंत ढिल्लों ने कहा कि बीजेपी की खूबियों को भी चेक किया जाए विवादों में तो हर पार्टी रहती है। इस मौके पूर्व पार्षद एकता नागपाल, बीजेपी नेता सुरेश खटकड़ व सुरिंदर वर्मा भी उपस्थित थे।
बैठक से गायब रहे जिले व स्थानीय स्तर के नेता
हैरानी की बात है कि इस मीटिंग में भाजपा के जिले व स्थानीय स्तर के अहम चेहरे गायब रहे। इस मौके मंडल प्रधान शशांक दुग्गल, जिला प्रधान सुशील राणा, भाजपा कार्यकारणी मेंबर मुकेश गांधी जोकि पार्टी के प्रवक्ता हैं नजर नहीं आए। जब ढिल्लों से उनकी अनुपस्थिति के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह दूसरी जगह पर हो रही बैठक में व्यस्त है।