किसान आंदोलन के चलते बढ़ने लगी हवाई यात्रियों की संख्या
कृषि सुधार कानूनों के विरोध में किसान सड़क पर उतर आए हैं।
विकास शर्मा, चंडीगढ़ : कृषि सुधार कानूनों के विरोध में किसान सड़क पर उतर आए हैं। किसान आंदोलन के चलते पहले डेढ़ महीने तक रेल ट्रैक बाधित रहा और अब सड़क यातायात पर भी इसका असर पड़ रहा है। किसान आंदोलन से जहां आम जनता को परेशानी हो रही है, वहीं, विमानन कंपनियों को इसका मुनाफा होता दिख रहा है। चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पिछले हफ्ते की यात्री टिकट संख्या की देखें तो इसमें 30 से 40 फीसद का ज्यादा इजाफा हुआ है। यात्री संख्या बढ़ने से विमानन कंपनियां भी खासी उत्साहित हो रही हैं। पहले यात्रियों की कमी से जूझ रही थी विमान कंपनियां
लॉकडाउन के बाद से विमानन कंपनियां यात्रियों की कमी से जूझ रही थी। यात्रियों की कमी की वजह से कई विमानन कंपनियों ने अपनी फ्लाइट्स की संख्या में भी कमी कर दी थी। लॉकडाउन से पहले एयरपोर्ट पर रोजाना 15 से 20 लोगों की आवाजाही थी, लेकिन लॉकडाउन के बाद यह संख्या 1000 से 1500 के बीच रह गई थी। वहीं लॉकडाउन से पहले जहां 40 के करीब फ्लाइट्स का शेड्यूल था, जोकि तीन से चार महीने तक 12 फ्लाइट्स का रह गया था। बहरहाल विटर सीजन और फेस्टिवल सीजन में यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए विमानन कंपनियों ने एक बार फिर फ्लाइट्स की संख्या में इजाफा किया है। ज्यादातर फ्लाइट्स की 80 से 90 फीसद टिकटें बुक
एयर इंडिया के स्टेशन मैनेजर एमआर जिदल ने बताया कि एयर इंडिया की तमाम फ्लाइट्स फुल जा रही हैं। हम फलेक्सी फेयर के मुताबिक की यात्री टिकट बेच रहे हैं, टिकट डिमांड ज्यादा होने के बावजूद भी हमने अपने यात्री किरायों में किसी तरह का कोई इजाफा नहीं किया है। इसके अलावा फेस्टिवल सीजन में यात्रियों को कई तरह के आकर्षक ऑफर भी दिए गए हैं। इनका फायदा भी विमानन कंपनी को होता हुआ मिल रहा है। यात्री संख्या बढ़ने से ही होगा फ्लाइट शेड्यूल में इजाफा
चंडीगढ़ इंटर एयरपोर्ट के प्रवक्ता प्रिस ने बताया कि अगर एयरपोर्ट पर यात्री संख्या में इजाफा होता है तो इससे विमानन कंपनियां भी उत्साहित होती हैं और वह अतिरिक्त फ्लाइट्स लगाने के लिए उत्साह दिखाते हैं। एयरपोर्ट पर यात्रियों की आवाजाही
दिनांक - आने वाले यात्रियों की संख्या - जाने वाले यात्रियों की संख्या
22 नवंबर - 2670 - 2595
23 नवंबर - 3165 - 3439
24 नवंबर - 3711 - 3522
25 नवंबर - 3061 - 3145
26 नवंबर - 3826 - 3443
27 नवंबर -3840 - 3580
28 नवंबर - 3867 - 3643