अब निजी कंपनी पकड़ेगी शहर के लावारिस पशु, एक मवेशी पकड़ने पर दिए जाएंगे 1500 रुपये Chandigarh News
निगम कंपनी को एक मवेशी पकड़ने पर 1500 रुपये अदा करेगी। इस काम के लिए कंपनी को कोई भी वाहन मुहैया नहीं करवाया जाएगा।
जेएनएन, मोहाली। शहर में लावारिस पशुओं को अब निजी कंपनी के कर्मचारी पकड़ेंगे। जानकारी के मुताबिक निगम ने जयपुर की एक कंपनी को शहर के लावारिस मवेशियों को पकड़ने का ठेका देने की तैयारी कर ली है। इसके लिए औपचारिकताएं पूरी कर ली गई है। जल्द ही कंपनी की ओर से काम शुरू कर दिया जाएगा। ध्यान रहे कि शहर में लावारिस पशुओं की समस्या के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गो सेवा कमिशन ने भी इस समस्या से निजात दिलाने के लिए सहयोग की अपील की थी। मोहाली में लावारिस पशुओं की समस्या से निपटने के लिए एक कमेटी का गठन भी किया गया था। इसके साथ नई गोशाला बनाने का भी प्रस्ताव था। मौजूदा समय में जो गोशाला है उसमें मवेशियों की संख्या बढ़ गई है।
कंपनी के लिए चुनौती, ट्रायल पर होगा काम
लावारिस पशुओं को पकड़ कर कहां छोड़ा जाएगा या फिर कहां रखा जाएगा ये कंपनी के लिए चुनौती होगी। क्योंकि मोहाली की गोशाला में पशु रखने को जगह नहीं है। निगम अधिकारियों का कहना है कि जिस कंपनी को काम दिया जा रहा है वे पहले तीन महीने ट्रायल के तौर पर काम करेगी। गोशाला या फिर कोई नया कैटल पाउंड बनाने का प्रपोजल भी दे सकती है। जिसको लेकर जमीन भी देखी जा रही है।
कैटल कैचर टीम रही विवादों में
निगम कंपनी को एक मवेशी पकड़ने पर 1500 रुपये अदा करेगी। इस काम के लिए कंपनी को कोई भी वाहन मुहैया नहीं करवाया जाएगा। निगम की कैटल कैचर टीम शुरू से ही विवादों में रही है। हाउस ही हर मीटिंग में इस टीम की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठते रहे हैं कि टीम के सदस्य ही मवेशी छोड़ देते हैं। इस टीम में कुछ ऐसे सदस्य भी हैं जिनके अपने पशु हैं। हाउस मीटिंग में यहां तक कहा गया कि नगर निगम के कर्मचारी खुद काम करें। वहीं निगम कर्मचारियों से कुछ युवा पकड़े हुए पशु भी छुड़वाकर ले जाते हैं जिसको लेकर मामला भी दर्ज करवाया जा चुका है।
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