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Digital Indiaः एक से ऑनलाइन मिलेगी एनओसी, अब लोग खुद देख सकेंगे इमारत की खामियां

कॉमर्शियाल इमारत और दुकान एनओसी लेने के लिए अब आवेदक ऑनलाइन डाउनलोड करके प्रोफोर्मा निकाल सकता है। खामियां दूर कर सकता है।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Sun, 18 Nov 2018 11:48 AM (IST)Updated: Sun, 18 Nov 2018 05:45 PM (IST)
Digital Indiaः एक से ऑनलाइन मिलेगी एनओसी, अब लोग खुद देख सकेंगे इमारत की खामियां
Digital Indiaः एक से ऑनलाइन मिलेगी एनओसी, अब लोग खुद देख सकेंगे इमारत की खामियां

चंडीगढ़ [राजेश ढल्ल] सिटी ब्यूटीफुल के व्यापारियों को अब अपनी कॉमर्शियल इमारत और दुकान की फायर एनओसी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। यह भी पता नहीं करना पड़ेगा कि फायर नार्म्स के हिसाब से क्या-क्या उपकरण और सेफ्टी होनी चाहिए। एनओसी लेने के लिए अब आवेदक ऑनलाइन डाउनलोड करके प्रोफोर्मा (चेक लिस्ट) निकाल सकता है और इस परफोर्मा के हिसाब से खामियां दूर कर सकता है।

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इमारतों को हर तीन साल बाद एनओसी लेनी पड़ती है। चेक लिस्ट के अनुसार खामियां पूरी करने के बाद आवेदक यह फार्म दमकल विभाग के पास एनओसी के लिए जमा करवाएगा और उसके बाद सब फायर अधिकारी द्वारा उस एरिया का निरीक्षण करेगा, फिर उसकी रिपोर्ट के बाद एनओसी जारी कर दी जाएगी। इससे पहले कोई इस तरह का परफोर्मा फार्म ही नहीं था, जिस कारण लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता था। नगर निगम के अनुसार इस नए सिस्टम से पारदर्शिता भी आएगी। नेशनल बिल्डिंग कोड-2016 के अनुसार अलग-अलग कैटेगरी की इमारत के लिए प्रोफोर्मा तैयार किया गया है।

कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा

ऑनलाइन एनओसी आवेदन के लिए नगर निगम ने सॉफ्टवेयर तैयार कर लिया है। नगर निगम ने इस सॉफ्टवेयर के लिए अपने कर्मचारियों को प्रशिक्षण देना भी शुरू कर दिया है। कर्मचारियों से इस पर सुझाव भी मांगे गए हैं।

आवेदन की जानकारी सीधे चीफ फायर अधिकारी को मिलेगी

ऑनलाइन एनओसी के आवेदन की अर्जी सीधा चीफ फायर अधिकारी एवं अतिरिक्त कमिश्नर के पास आएगी। उसके बाद अतिरिक्त कमिश्नर ही आगे फायर अधिकारी को आवेदन फार्म मार्क करेगा। नगर निगम के अनुसार इस परफोर्मा के माध्यम से स्टेशन फायर अधिकारी द्वारा अपनी सिफारिशें भी दे सकता है।

खामियां मिलने पर मालिक को दिया जाएगा नोटिस

अगर किसी की इमारत में खामियां मिलती हैं, तो इमारत के मालिक को नोटिस दिया जाएगा। नोटिस में वह एक समय सीमा के भीतर वॉयलेशन दूर करने के लिए कहा जाएगा। जिसकी बाकायदा एक रसीद भी जाएगी। एक रसीद की प्रति सेक्टर-17 के मुख्य कार्यालय में भी भेजी जाएगी, ताकि रिकॉर्ड में शामिल किया जा सके, ताकि इमारत पर सभी तरह के निरीक्षण चीफ फायर अधिकारी अपने स्तर पर निगरानी रख सके।

एनओसी का शुल्क होगा चार्ज, लेकिन अभी नहीं

नगर निगम ने हर तीन साल बाद फायर एनओसी के बदले में शुल्क लेने का निर्णय ले लिया था, लेकिन अभी इन रेटों पर अधिसूचना जारी नहीं हुई है। एक माह के भीतर अधिसूचना जारी होने की उम्मीद है। जिसके बाद बूथ दुकानदारों से ढाई हजार रुपये का शुल्क हर तीन साल बाद लिया जाएगा, जबकि अन्य कमर्शियल इमारत से कम से कम 5 हजार रुपये चार्ज किए जाएंगे, जिनका एरिया 500 स्क्वेयर मीटर से ज्यादा होगा। उनसे 10 रुपये स्क्वेयर मीटर के हिसाब से चार्ज किया जाएगा, जबकि औद्योगिक क्षेत्र के प्लॉटों से साढ़े 7 रुपये स्क्वेयर मीटर के हिसाब से फायर एनओसी का शुल्क चार्ज किया जाएगा।

कम से कम देने होंगे 2500 रुपये

इसके साथ ही निजी सोसायटियों के फ्लैट धारकों से 5 के बजाय ढाई हजार रुपये कम से कम चार्ज करने का निर्णय लिया गया है और 500 स्क्वेयर मीटर से ज्यादा एरिया वाली सोसायटियों से 10 रुपये के बजाय 5 रुपये प्रति स्क्वेयर मीटर के हिसाब से चार्ज करने का निर्णय लिया गया है। जबकि अभी तक एनओसी का कोई चार्ज नहीं लिया जाता है।

एनओसी का सॉफ्टवेयर बनकर तैयार हो चुका है। जल्द ही लोग अपनी इमारत की एनओसी का आवेदन ऑनलाइन कर पाएंगे।

अनिल गर्ग, अतिरिक्त कमिश्नर।


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