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पंजाब में मां को सड़क पर मरने के लिए छोड़ने वाले बेटों-बेटियों को नोटिस, ये है मामला...

एक बेटा अफसर दूसरा नेता और पोती पीसीएस अफसर। फिर भी मां को उन्होंने सड़क किनारे मरने के लिए छोड़ दिया। पंजाब महिला आयोग ने मामले का संज्ञान लिया है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sat, 22 Aug 2020 12:31 PM (IST)Updated: Sat, 22 Aug 2020 12:31 PM (IST)
पंजाब में मां को सड़क पर मरने के लिए छोड़ने वाले बेटों-बेटियों को नोटिस, ये है मामला...
पंजाब में मां को सड़क पर मरने के लिए छोड़ने वाले बेटों-बेटियों को नोटिस, ये है मामला...

जेएनएन, चंडीगढ़। एक बेेेेटा बड़ा अफसर, एक नेता और पोती पीसीएस अफसर, फिर भी मां को जीवन के अंतिम समय में दो गज भी मयस्सर नहीं हुई। वह सड़क किनारे दिन गुजारती और वहीं सो जाती। श्री मुक्तसर साहिब में 82 वर्षीय बुजुर्ग महिंदर कौर के बेटों और बेटियों द्वारा उनकी देखभाल नहीं करने और बुजुर्ग की मौत के मामले में पंजाब महिला आयोग ने स्वतः संज्ञान लिया है। महिला आयोग की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी ने मृतक महिंदर कौर के दोनों पुत्रों व पुत्रियों को 24 अगस्त को निजी रूप से पेश होने के लिए तलब किया है। मनीषा गुलाटी का कहना है, यह एक महिला का अपमान है।

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पोती एसडीएम पर भी उठाए सवाल

मनीषा गुलाटी कहती हैं, मृतक की पोती पूनम सिंह एसडीएम फरीदकोट है, जो प्रशासनिक अधिकारी अपने घर में एक महिला को सम्मान नहीं दिलवा पाई, वह लोगों को क्या इंसाफ दिलवा सकती हैं।

बदहाल हालत में सड़क पर मिली थीं महिंदर कौर

दो बेटों और दो बेटियों की अनदेखी की शिकार 82 वर्षीय महिंदर कौर के सिर में कीड़े पड़ गए थे। कुछ दिन तक वह सड़क के किनारे ही पड़ी रहीं। आखिर सामाजिक संगठन सालासर सेवा सोसायटी ने उनको अस्पताल में भर्ती करवाया। यहीं पर उनकी पहचान उजागर हुई। बाद में छोटा बेटा बलजिंदर सिंह उन्हें इलाज के लिए फरीदकोट ले गया, जहां मंगलवार को उन्होंने दम तोड़ दिया।

सरकारी नौकरी होने के बावजूद मां को छोड़ दिया था बेसहारा

महिंदर कौर का बड़ा बेटा बलजिंदर सिंह राजा पावरकॉम में जेई के पद से रिटायर है और हाल ही में वह सुखदेव सिंह ढींडसा द्वारा बनाई गई शिरोमणि अकाली दल से जुड़ा था। इस घटना के बाद ढींडसा ने बलजिंदर को पार्टी से निष्कासित कर दिया। उनका छोटा बेटा एक्साइज एंड टैैक्सेशन विभाग में है। बुजुर्ग महिला की पोती पूनम सिंह पीसीएस है और फरीदकोट में एसडीएम है।

महिला के दोनों बेटे करीब 30 साल से अलग रह रहे हैं। इन्होंने मां को अपने पास रखने के बजाय उसे बूड़ा गुज्जर रोड पर एक मंदिर के नजदीक एक व्यक्ति के पास देखभाल के लिए छोड़ दिया था। उस व्यक्ति ने भी बाद में बुजुर्ग को बेसहारा छोड़ दिया था। महिला आयोग ने बुजुर्ग महिला के केयर टेकर व इस मामले की जांच कर रहे अधिकारियों को भी तलब किया है।


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